संसद का मानसून सत्र शुरू होने के महज 12 घंटे के अंदर सोमवार देर शाम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा देकर चौंका दिया।
74 साल के धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दे तत्काल प्रभाव से पद छोड़ते हुए अनुच्छेद 67(ए) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को त्यागपत्र सौंपा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद उनका इस्तीफा प्रभावी होगा। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था।
उन्होंने 10 जुलाई को एक कार्यक्रम में कहा था, ‘ईश्वर की कृपा रही तो अगस्त, 2027 में सेवानिवृत्त हो जाऊंगा।’ इस्तीफा देने वाले धनखड़ तीसरे उपराष्ट्रपति हैं। पहले वीवी गिरि ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए 20 जुलाई 1969 को इस्तीफा दिया था।
आर वेंकटरमण ने जुलाई 1987 में राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद उपराष्ट्रपति पद छोड़ा था। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पद छोड़ने वाले वे पहले उपराष्ट्रपति हैं।
पिछले माह सीने में दर्द हुआ था, मार्च में एम्स में भर्ती हुए थे…
25 जून को उत्तराखंड में एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान धनखड़ के सीने में अचानक दर्द उठा था। इससे पहले इसी साल 9 मार्च को सीने में दर्द की शिकायत पर एम्स दिल्ली में भर्ती हुए थे। यहां से वे 12 मार्च को डिस्चार्ज हुए थे|Nit







