उत्तरकाशी/धराली: उत्तरकाशी के धराली गांव में मंगलवार दोपहर उस वक्त सनसनी फैल गई जब अचानक खीरगंगा नदी में भीषण सैलाब आ गया। करीब 1:50 बजे आसमान में बादल फटने से तेज मलबा व पानी इलाके में कहर बनकर टूटा। देखते ही देखते धराली का मुख्य बाजार और आसपास के होटल, दुकानें और सेब के बागान मलबे में तब्दील हो गए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 70 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। 130 लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन 30 से अधिक भवनों के पूरी तरह जमींदोज होने की आशंका है।
20 सेकंड में तबाह हो गया बाजार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बादल फटने के महज 20 सेकंड भीतर नदी का जलस्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि स्थानीय लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। लोग जान बचाने के लिए जैसे-तैसे इधर-उधर भागे मगर सैलाब ने पूरी बाजारपट्टी को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

प्रसिद्ध मंदिर का अस्तित्व खतरे में
इस दौरान क्षेत्र का प्रसिद्ध कल्प केदार मंदिर भी विनाशकारी सैलाब में बह गया। धार्मिक आस्थाओं के इस केंद्र के पूरी तरह मलबे में दब जाने से श्रद्धालुओं में गहरी निराशा है। इलाके के और भी कई घर, रिसॉर्ट तथा बागान बुरी तरह प्रभावित हैं।

राहत-बचाव कार्य में जुटा प्रशासन
जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। डीएम प्रशांत आर्य और एसपी सरिता डोवाल घटनास्थल की ओर रवाना हुए। हर्षिल में राहत शिविर स्थापित किए जा चुके हैं, जहां प्रभावितों को अस्थायी आसरा और राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने दी संवेदना, दिए मदद के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए सभी एजेंसियों को युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान प्रभावितों की हरसंभव मदद और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने पर है। नुकसान का व्यापक आकलन मौके पर जाकर किया जाएगा।

बीते वर्षों में भी आई थी आपदा
गौरतलब है कि धराली और खीरगंगा क्षेत्र में बीते वर्षों में भी कई बार प्राकृतिक आपदाएं आ चुकी हैं। वर्ष 2017-18 और 2023 में भी इसी तरह के हादसों में बाजार और स्थानीय बस्तियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। बावजूद इसके, सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम अब तक नहीं हो सके हैं।

मौसम विभाग का अलर्ट जारी
इधर, मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को भी उत्तरकाशी समेत राज्य के अन्य पहाड़ी जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और नदियों से दूर रहने की अपील की है।








