मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की चौकसी लगातार तेज़ होती जा रही है। ताज़ा मामला रतलाम जिले से सामने आया है, जहां कृषि विभाग का एक अधिकारी किसानों से जुड़ी सेवा देने के नाम पर रिश्वत वसूल रहा था। गुरुवार को लोकायुक्त टीम ने उसे 10 हजार रुपए की घूस लेते हुए दबोच लिया।
दुकान खोलने के लाइसेंस के एवज में मांगी गई रिश्वत
सैलाना तहसील के सकरावदा गांव के निवासी विजय सिंह राठौर ने कृषि विस्तार अधिकारी मगन लाल मेड़ा पर गंभीर आरोप लगाए थे। विजय सिंह ने बताया कि उसने कीटनाशक और खाद-बीज की दुकान खोलने का आवेदन किया था। लाइसेंस स्वीकृति जुलाई में ही मिल चुका था, लेकिन लाइसेंस की कॉपी जारी करने के लिए अधिकारी ने खुलेआम 30 हजार की मांग कर डाली।
पहले ही ले चुका था पहली किस्त
शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, रिश्वत की डील 25 हजार रुपए में तय हुई थी। 21 अगस्त को 15 हजार रुपए की पहली किस्त दी जा चुकी थी। बाकी 10 हजार रुपए देने के लिए जब किसान कार्यालय पहुंचा, तभी पहले से मौजूद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सभी नोटों को बरामद किया और अधिकारी को रंगेहाथों पकड़ लिया।
कार्रवाई से बना दबाव, पर भ्रष्टाचार जारी
लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने मौके पर ही कृषि विस्तार अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।








