एक पिता की करतूत: पत्नी से तलाक हुआ तो दूसरी महिला से अफेयर हो गया, बेटे को घर से निकाला, फिर ऑफिस में नौकर बना दिया

इंदौर। द्वारकापुरी इलाके में एक युवक का पत्नी से तलाक हुआ तो दूसरी महिला से अफेयर चलने लगा। कुछ दिन बाद बेटे को भी घर निकाल दिया। जैसे-तैसे रखा तो अपनी ही कंपनी में ऑफिस बॉय बना लिया। यह हिदायत भी दी कि ऑफिस में मुझे पापा नहीं, सर कहना होगा। छोटी-छोटी बात पर पिटाई करते है। मामले की शिकायत लेकर लड़का थाने पहुंचा, जहां से उसे चाइल्ड लाइन को सूचना दी गई।
द्वारकापुरी पुलिस ने बताया कि बच्चा थाने पर आया और अब घर नहीं जाना चाहता। चाइल्ड लाइन ने बच्चे की स्थिति जानी और पता किया तो जानकारी लगी कि हाईप्रोफाइल परिवार दंपति की 12 साल पहले लव मैरिज हुई थी। दो बच्चे हैं। एक साल पहले मामला कोर्ट तक पहुंचा और तलाक हो गया। कोर्ट ने दोनों बच्चों को पिता के सुपुर्द कर दिया। इस बीच बच्चे कभी-कभार मां से मिलते रहे लेकिन कोर्ट के आदेश के चलते पिता द्वारा उन्हें फिर बुला लिया गया।
फिर कोरोनाकाल में स्थितियां ऐसी बनी कि बच्चों की मां की नौकरी चली गई जबकि पिता की कंपनी भी घाटे में गई। इस बौखलाहट में पिता ने बच्चों को परेशान करना शुरू कर दिया। उन्हें बार-बार अपनी मां के साथ रहने को कहा। उधर, मां ने भी मना कर दिया कि कोर्ट का आदेश है, मैं नहीं रख सकती और न ही मेरी अब हैसियत है कि मैं इतनी बड़ी राशि की फीस भरूं और अपने पास रखूं। इसके बाद लौटकर बच्चे पिता के पास पहुंचे तो उन्होंने बच्चों के साथ गलत व्यवहार शुरू कर दिया। बड़े बच्चे से अपनी कंपनी का सफाई का काम कराना शुरू कर दिया।
इसी बीच, बच्चे को पता चला कि पिता के एक युवती से संबंध हैं। पिता ने बच्चे पर दबाव बनाया कि वह यहां मुझे पापा ना कहे, बस सर ही कहे। बच्चों की जब ज्यादा बेइज्जती हुई तो इनमें से एक बच्चे ने माता-पिता किसी के पास भी नहीं जाने का निर्णय लिया और रविवार को द्वारकापुरी थाने पहुंचा और कहा कि मैं घर नहीं जाना चाहता। उसने पुलिस के साथ ही रहने की बात कही।
मामले में चाइल्ड लाइन के सदस्य हर्षराज चौहान और मंजू चौधरी ने बच्चे के पिता को बुलाकर पूछताछ की। फिर घंटों उनकी काउंसिंग की तो वह फिर बच्चे को साथ रखने को राजी हुआ। उसने कहा कि मैंने ही बच्चे को घर से निकाल दिया था। फिलहाल, बच्चे को पिता के सुपुर्द किया गया है। अब उसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।