Chhath Puja : जानिए क्यों चढ़ाया जाता हैं छठी मइया को ये फल?

Chhath Puja : भारत में विभिन्न प्रकार के त्यौहार हैं। छठ पूजा भी बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. यह त्यौहार भारत में मुख्य रूप से झारखंड और बिहार में मनाया जाता है, लेकिन वर्षों से उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक के लोग भी इस त्यौहार को हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं।

Chhath Puja : इस व्रत को करने का विशेष महत्व होता है इसलिए इस व्रत को पूरे विधि-विधान से किया जाता है। हम आपको बता दें कि इस व्रत में कुछ नहीं खाया जाता है, इसकी शुरुआत खरना से होती है,
फिर शाम को डूबते सूर्य को जल अर्पित किया जाता है और अगली सुबह उगते सूर्य को जल अर्पित किया जाता है और फिर यह व्रत पूरा होता है.
Chhath Puja : त्योहार का महत्व क्या है?
सबसे पहले बता दें कि छठ पर्व के दौरान व्रत करना कई मायनों में फलदायी माना जाता है। आस्था के अनुसार यह व्रत बहुत ही कठोर निर्जला व्रत है। आपको बता दें कि भगवान सूर्य की पूजा करने से कई तरह की बीमारियां दूर होती हैं और परिवार के सदस्यों को लंबी उम्र मिलती है।
Chhath Puja : फल का विशेष महत्व क्यों?
बता दें कि इस पूजा में फलों का विशेष महत्व होता है. छठ मैया पूजा में नारियल का बहुत महत्व है। भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए नारियल चढ़ाते हैं। नारियल को कोई भी ख़राब नहीं कर सकता इसलिए इसका विशेष महत्व है क्योंकि इसे बहुत पवित्र माना जाता है।