मनोरंजन

Chhath Puja Significance : जानिए बिहार में क्यों प्रसिद्ध है छठ पूजा?

Chhath Puja Significance : छठ पूजा हमारे देश के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस त्यौहार में छटा माता और सूर्य देव की पूजा की जाती है। छठ पर्व कार्तिक माह के शुक्लपक्ष की छठी तिथि को मनाया जाता है। इस 4 दिवसीय महाभारप का महत्व बहुत खास है।

Chhath Puja Significance : जानिए बिहार में क्यों प्रसिद्ध है छठ पूजा?
photo by google

Chhath Puja Significance : हिंदू मान्यता के अनुसार, इस पूजा को करने से विवाहित महिलाओं को सौभाग्य मिलता है और उनके बच्चों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। आपको बता दें कि छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करने और उन्हें प्रसाद चढ़ाने का रिवाज है।

यह त्यौहार मुख्य रूप से उत्तर भारतीय राज्यों बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बिहार में छठ पूजा त्योहार को इतना महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है।

Chhath Puja Significance : बिहार में छठ पूजा उत्सव क्यों प्रसिद्ध है?

बिहार में महान त्योहार छठ पूजा मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है और यहां के लोग कई वर्षों से इस पूजा को उत्साह और भक्ति के साथ मनाते आ रहे हैं। छठ पूजा चार दिनों तक मनाई जाती है जिसमें स्नान, खरना और डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देना शामिल है।

हम आपको बता दें कि छठ पूजा का व्रत मुख्य रूप से निःसंतान महिलाएं रखती हैं। बिहार के लोगों का मानना ​​है कि छठ पूजा के दौरान छठी मैया की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। आपको बता दें कि बिहार में छठ पूजा की परंपरा महाभारत काल से चली आ रही है।

Chhath Puja Significance : छठ पूजा का महत्व क्या है?

आपको बता दें कि हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, छत्र व्रत को प्रकृति को समर्पित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं उनके बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और वे दीर्घायु होते हैं।

Also Read – Bridal Mehndi Design : मेहंदी की ये खूबसूरत डिज़ाइन ब्राइडल के हाथो पर खूब जचेगी

सुलेखा साहू

समाचार संपादक @ हुड़दंग न्यूज (दबंग शहर की दबंग खबरें)समाचार / लेख / विज्ञापन के लिए संपर्क कीजिये-  hurdangnews@gmail.com

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button