Coal Crisis: देश में मडरा रहा कोयला संकट, सिंगरौली में भी कट रही बिजली

Coal Crisis : मध्यप्रदेश – अपने देश भारत में इन दिनो कोयला संकट बना हुआ है, जिस कारण बिजली प्लांटो में कोयला नही पहुॅच पा रहा है, जिसका असर अब आम जन जीवन मे पड रहा है, और बिजली भी लोगो को पर्याप्त नही मिल पा रही है, तो वही मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में भी बिजली संकट बना हुआ है, यहा भी रूक रूक कर बिजली कट रही है, जिससे आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है।
Coal Crisis : मध्यप्रदेश – अपने देश भारत में इन दिनो कोयला संकट बना हुआ है, जिस कारण बिजली प्लांटो में कोयला नही पहुॅच पा रहा है, जिसका असर अब आम जन जीवन मे पड रहा है, और बिजली भी लोगो को पर्याप्त नही मिल पा रही है, तो वही मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में भी बिजली संकट बना हुआ है, यहा भी रूक रूक कर बिजली कट रही है, जिससे आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है।
एक तरफ मांग के मुताबिक बिजली नहीं मिल रही, दूसरी तरफ एक नया संकट और सामने खड़ा हो गया है। पानीपत थर्मल पावर स्टेशन में कोयले की सप्लाई सामान्य से बहुत कम पहुंच रही है। यहां महज तीन दिन का कोयला बचा है। निम्न स्तर के कोयले से काम चलाया जा रहा है।
Coal Crisis: पानीपत थर्मल प्लांट में बचा मात्र 3 दिन का कोयला
इस समय पानीपत थर्मल पावर प्लांट की तीनों यूनिट चल रही हैं। इन तीनों यूनिटों को चलाने में एक दिन में लगभग 10500 टन कोयले की खपत होती है। वीरवार को थर्मल में कोयले के तीन रैक पहुंचे थे। इनमें लगभग 11 हजार 100 टन कोयले की सप्लाई थर्मल में पहुंची थी। पानीपत थर्मल में इस समय मात्र 37 हजार 158 टन कोयले का स्टाक बचा है। इस बचे हुए कोयले से थर्मल को मात्र तीन दिन ही चलाया जा सकता है।
Coal Crisis: 657 पैसेंजर ट्रेन रद्द
Power crisis in India: देश भर में गर्मी का कहर जारी है, ऐसे में यूपी, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु समेत कई राज्यों को कोयले की कमी के चलते भारी बिजली संकट से भी गुजरना पड़ रहा है. इसी बीच यूपी में बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि इन गाड़ियों को इसलिए रद्द किया गया, ताकि थर्मल पावर स्टेशनों के लिए सप्लाई किए जा रहे कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता प्रदान किया जा सके और समय से कोयला पहुंच सके.

Coal Crisis: कोयला मंत्री की राय
नरेंद्र मोदी सरकार में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का का कहना है कि देश में पर्याप्त कोयला मौजूद है। कोयले के लिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। कल ही जोशी ने कोल इंडिया लिमिटेड की सब्सिडियरी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का प्रोडक्शन रिव्यू किया। उन्हें हर रोज दो लाख 20 हजार टन कोयला पावर प्लांट्स को उपलब्ध कराने को कहा गया है।