MP में लौट सकता है कोरोना, महाराष्ट समेत कई राज्य बने हॉटस्पॉट

महाराष्ट में कोरोना अभी भी एक्टिव है और मप्र में कोरोना की दूसरी लहर की एंट्री भी महाराष्ट से ही हुई थी। अब प्रदेश में स्थिति कंट्रोल में आने के आवागमन में छूट प्रदान कर दी गई है, लेकिन जांच रिपोर्ट एवं सैंपलिंग में ढिलाई बरती जा रही है। ऐसे में शासन प्रशासन की यह सुस्ती कहीं कोरोना की तीसरी लहर का कारण न बन जाए।
कोरोना की दूसरी लहर प्रदेश में भले ही थमती दिखाई दे रही हो, लेकिन कई राज्य अभी भी कोरोना के हॉटस्पॉट बने हुए हैं इनमें केरल, महाराष्टÑ टॉप पर हैं और प्रदेश में ढिलाई बरती जा रही है। ऐसे में आसपास संक्रमण होने के चलते मप्र में कोरोना फिर तेजी से फैल सकता है। गौरतलब है कि राजधानी समेत प्रदेशभर में जुलाई महीने में कोरोना के केसों में लगातार कमी आ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड बुलेटिन जारी कर बताया कि 71075 लोगों के कोरोना सैंपल की जांच की गई। जिसमें 11 नए मामले सामने आए हैं इनमें इंदौर में 3, भोपाल में 2, सागर एवं बालाघाट में 2 और ग्वालियर, जबलपुर व रायसेन में एक-एक प्रकरण है। अभी वर्तमान में 130 कोरोना केस एक्टिव हैं। प्रदेश में कोरोना रिकवरी की पॉजिटिविटी रेट 0.01 के आसपास तक पहुंच गया है। अभी वर्तमान में 1687 फीवर क्लीनिकों कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
राजधानी में आज 198 सेंटरों में आॅनलाइन स्लॉट बुकिंग से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके लिए कोविशील्ड और कोवैक्सीन के 40 हजार डोज लगाने का टारगेट रखा गया है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. उपेंद्र दुबे ने बताया कि आज टीकाकरण के लिए 198 सेंटर बनाए गए हैं। इन सभी को 40 हजार डोज आवंटित किए गए हैं। इनमें कोविशील्ड के 38 हजार फर्स्ट एवं सेकंड दोनों डोज लगाए जा रहे हैं। वहीं,कोवैक्सीन के 2000 सेकंड डोज। उक्त दोनों वैक्सीन आॅनलाइन स्लॉट बुकिंग के जरिए ही लगाए जा रहे हैं। शाम 4 बजे के बाद जिन सेंटरों डोज बचेंगे। उन सेंटरों आॅन स्पॉट स्लॉट बुकिंग कर टीके लगाए जाएंगे।