झारखंड में पकड़ी गई कटनी के बड़वारा की फर्जी आईएएस

झारखंड में जिस फर्जी आईएएस मोनिका की गिरफ्तारी हुई है वह मप्र के कटनी जिले के बड़वारा कला की रहने वाली है। फर्जी आईएएस बनकर जलवा गाठने वाली मोनिका तो गिरफ्तार हुई ही है साथ ही उससे मदद पहुंचाने के चक्कर में झारखंड विधानसभा के आप्त सचिव पंकज को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मोनिका के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर जांच करेगी। पुलिस यह देखेगी कि मोनिका किन-किन लोगों के संपर्क में थी। कौन-कौन हाइ प्रोफाइल लोगों ने उसकी मदद की। पुलिस विधानसभा के निलंबित आप्त सचिव पंकज कुमार से भी पूछताछ कर सकती है।
मध्य प्रदेश की रहनेवाली फर्जी आइएएस अधिकारी कुमारी मोनिका (24) को दिल्ली स्थित झारखंड भवन में भी कमरा दिलवाया गया था। झारखंड विधानसभा के आप्त सचिव पंकज कुमार ने मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को फोन कर कुमारी मोनिका को आइएएस अधिकारी बताते हुए कमरा बुक करवाया था। प्रारंभिक जांच में पंकज कुमार के इस कृत्य को मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने फर्जीवाड़ा मानते हुए कार्रवाई के लिए झारखंड विधानसभा को 27 जुलाई को पत्र भेजा था। इसके बाद 28 जुलाई को झारखंड विधानसभा ने कार्रवाई कर आप्त सचिव पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस संबंध में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष के आदेश पर उप सचिव नवीन कुमार ने बुधवार को अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के तहत निलंबन के दौरान पंकज कुमार को जीवन निर्वाह भत्ता दिया जायेगा। निलंबन की अवधि में इनका मुख्यालय स्थापना शाखा, झारखंड विधानसभा होगा। सूत्रों का कहना है कि पंकज कुमार मोनिका को मदद करता था। कई बार लोगों ने इन दोनों को साथ देखा था। कहा तो यह भी जा रहा है कि कई रसूखदार लोगों से कुमारी मोनिका को पंकज ने ही मिलवाया था।
मोनिका अशोक नगर स्थित डीके राय के मकान में किराये पर रहती थी, जहां आइएएस मोनिका के नाम की नेम प्लेट भी लगाई गई थी। 22 जुलाई को अरगोड़ा पुलिस ने उक्त घर पर दबिश दी थी। तब पूछताछ में मोनिका, पिता शेषमणि ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के कटनी थाना क्षेत्र अंतर्गत बडवारा कला की रहनेवाली है। वह 2020 की आइएएस अधिकारी है। वर्तमान में उसका पदस्थापन असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर जमशेदपुर में है।