कथित पत्रकार बनकर लोगों से वसूली मोटी रकम

जबलपुर – शहर में लोगों को फंसाकर लैकमेल करने वाली कथित पत्रकारों की एक गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर चार को हिरासत में लिया है, शेष की तलाश जारी है। आरोपियों ने एक महिला का आपत्जिनक वीडियो बनाकर एक लाख रुपए की डिमांड की थी, रुपए न देने पर वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था, जिसकों लेकर काफी हंगामा मचा था। उक्त गिरोह की कुछ पुलिस कर्मियों से भी सांठगाठ थी, जिन्हें मौके पर बुलाकर ये पूरा खेल खेलते थे। गिरोह पूर्व में भी कई अधिकारियों को भी फंसा चुका है। जिन्हें एसडीएम व तहसीलदार स्तर के अधिकारी भुक्त भोगी है। जानकारी अनुसार शहर में कई नामी गिरामी बिजनेस मैन व अधिकारी भी फंस चुके हैं, जिनसे मोटी रकम ऐठी गई है। इस गैंगे ने ग्रामीण इलाकों के कई थानों को सेट कर रखा है। गैंग जहां भी पहुंचती है, वहां के पुलिसकर्मियों को भी तत्काल मौके पर बुलाकर सामने वाले के सामने अपना रौब दिखाकर उन्हें डरा धमकाकर वसूली करते थे।
पुलिस ने बताया कि एक 28 वर्षीय महिला ने शिकायत की थी कि 25 जुलाई को वह अंजनी बिहार शुला नगर गढ़ा अपनी सहेली के मकान पर रुपए उधार लेने गई थी। जब वह मकान के निचले हिस्से में बनी बाथरूम में निस्तार के लिए गई थी, तभी गैंग के गैंग के जेपी सिंह, अर्पित ठाकुर व उनके सहयोगी रवि बेन, शैलेन्द्र गौतम, पंकज गुप्ता, संतोष जैन ने बाथरूम का दरवाजा लात मारकर खोलकर वीडियो बनाकर धमकाने लगे कि वैश्यावृिा करती हो। एक लाख रुपए दो वरना वीडियो वायरल करने की धमकी दी। तबकि उस दौरान वहां पर कोई लड़का नहीं थी। आवाज सुन जब सहेली व एक अन्य महिला आई तो उनके साथ भी बदाामीजी करते हुए मारपीट पर ऊतारू हो गए।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि भीमनगर के 23 वर्षीय आशीष उर्फ आशु राजपूत ने शिकायत दर्ज की है 4 जुलाई को जब वह अपने किराए के मकान पर महिला मित्र के साथ बैठा था। उसी समय विवेक मिश्रा, जेपी सिंह व पंकज सहित तीन अन्य लोग पहुंचे और सीधे घर के अंदर आकर गालीगलौज करने लगे। जिन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर रुपयों की डिमांड की और उसके दोनों एटीएम छुड़ा लिए और पिन कोड पूछकर एटीएम से 24 हजार निकाल लिए। इसके बाद फिर पैसों की मांग कर उसके पास से 15 सौ रुपए लिए। इसके बाद भी डराते धमकाते रहे और फिर फोन पे से 11 हजार रुपए ले लिए। इस तरह आरोपी ने उससे 35 हजार रुपए वसूलकर गैंग काम करता था।