बालाघाट | आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ( ईओडब्ल्यू ) जबलपुर ने गुरुवार को लालबर्रा में नवेगांव बीट के वनरक्षक मत्तम नगपुर को 3 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।
आरोपी विस्थापन मुआवजे की सूची से नाम कटवाने और भुगतान रोकने की धमकी देकर वसूली कर रहा था। आवेदक राजेंद्र धुर्वे ( 27 ), निवासी वनग्राम नवेगांव ने 16 सितंबर को ईओडब्ल्यू में शिकायत की थी कि वनरक्षक उससे 4 लाख रुपए की मांग कर रहा है।
मामला कान्हा-पेंच कॉरिडोर से विस्थापन मुआवजा पाने वाले परिवारों का है, जिसमें प्रत्येक यूनिट (बालिग बच्चों और बेटा-बहू) को 15-15 लाख रुपये मिलना तय है।
रीवा में 50 हजार रिश्वत मांगने वाले परियोजना अधिकारी
महिला बाल विकास विभाग के सिरमौर परियोजना अधिकारी शेष नारायण मिश्रा 50 हजार रिश्वत मांगने के मामले में लोकायुक्त पुलिस के हाथ चढ़ गए।
गुरुवार को दोपहर बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शिल्पी प्लाजा स्थित परियोजना कार्यालय में कार्रवाई की। हालांकि परियोजना अधिकारी को पैसे लेते रंगे हाथ पकड़ने में टीम को सफलता नहीं मिली लेकिन उनके विरुद्ध रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया गया है।








