लेडी कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर और वह : पल्लवी के नाम का टैटू, कभी नहीं सुनी प्रेम कहानी

By: शुलेखा साहू

On: Friday, September 20, 2024 3:31 PM

लेडी कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर और वह : पल्लवी के नाम का टैटू, कभी नहीं सुनी प्रेम कहानी
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मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में लेडी कांस्टेबल पल्लवी सोलंकी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एसआई दीपांकर गौतम की जान ले ली. अब इस केस में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. दरअसल, आरोपी कांस्टेबल पल्लवी सोलंकी मूल रूप से कुक्षी, धार की रहने वाली है। करण ठाकुर भी उसी के पास के गांव का रहने वाला है. दोनों के बीच पहले से ही लव अफेयर था. चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी करण सिर्फ 9वीं क्लास तक पढ़ा है. जानकारी के मुताबिक 2020 में जब पल्लवी के पिता ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी थी तो इससे करण काफी नाराज हो गया था. इतना ही नहीं आरोपी ने पल्लवी को गोली भी मारी थी. उसके बाद बड़ी मुश्किल से उसे बचाया गया था.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी करण ठाकुर ने पल्लवी के नाम का टैटू भी बनवाया था और अपने सीने पर भी उसका नाम गुदवाया था. वह कहता है कि अगर वह जीवित रहेगा तो पल्लवी के साथ रहेगा और अगर मरेगा तो पल्लवी के साथ रहेगा। बताया जा रहा है कि आरोपी फल बेचने का काम करता था. वह ज्यादातर समय पल्लवी के साथ ही बिताता था।

दर्दनाक अंत

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की पुलिस लाइन में पदस्थ एसआई दीपांकर गौतम की कार से कुचलकर हत्या कर दी गई. यह कार पचौर थाने में पदस्थ आरक्षक पल्लवी सोलंकी की थी। इस घटना को अंजाम देने के लिए पल्लवी और उसके साथी करण ने पहले एसआई दीपांकर को बात करने के लिए बुलाया था. तभी बाइक से जा रहे एसआई दीपांकर ने पीछे से आकर टक्कर मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद पल्लवी और उसका प्रेमी करण ठाकुर देहात थाने पहुंचे. दोनों ने हत्या को हादसा बताने की कोशिश की.

घटना की जानकारी मिलने पर एसपी आदित्य मिश्रा और एडिशनल एसपी आलोक शर्मा तुरंत ब्यावरा ग्रामीण थाने पहुंचे. इसके बाद उन्होंने एसडीओपी कार्यालय में महिला कांस्टेबल से पूछताछ की। इसके बाद ये बात सामने आई कि ये कोई हादसा नहीं बल्कि इसके पीछे एक साजिश थी. फिर इस पूरी घटना के पीछे चौंकाने वाला मामला सामने आया. दरअसल, महिला कांस्टेबल पल्लवी सोलंकी और करण ठाकुर का काफी समय से अफेयर चल रहा था। इसी बीच पल्लवी की जिंदगी में सब इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम की एंट्री हुई. इसके बाद दोनों ने एसआई दीपांकर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और पुलिस को झूठी कहानी सुनाई।

शुलेखा साहू

मैं एक स्वतंत्र लेखक और पत्रकार हूँ, जो समाज, राजनीति, शिक्षा और तकनीक से जुड़े मुद्दों पर गहराई से लिखती हूँ। आसान भाषा में जटिल विषयों को पाठकों तक पहुँचाना Hurdang News के मंच से मेरा प्रयास है कि पाठकों तक निष्पक्ष, स्पष्ट और प्रभावशाली जानकारी पहुँच सके।
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