छिंदवाड़ा | कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को मामले की जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई के बीच एक बड़ा प्रशासनिक निर्णय लिया गया। डिप्टी मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन नरेश गोन्नाड़े को तत्काल प्रभाव से हटाकर डॉ. सुशील दुबे को नया सिविल सर्जन नियुक्त किया है। गोन्नाड़े के पास सीएमएचओ का पदभार पहले से है, अब उनसे सिविल सर्जन का चार्ज वापस लिया गया है।

बढ़ते मौत के मामले ने बढ़ाई चिंता
पिछले 48 घंटों में दो और मासूमों ने दम तोड़ा – 3 वर्षीय वेदांत काकुड़िया और 2 वर्षीय जयुषा यदुवंशी – दोनों का इलाज नागपुर में चल रहा था। अब तक इस में 23 बच्चों की जान जा चुकी है। पीड़ित परिवारों में भय और गुस्से का माहौल है।

मंत्री का दौरा, जांच में खामियां उजागर
राजेन्द्र शुक्ल बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों और मेडिकल टीम के साथ बैठक में शामिल हुए। ड्रग इंस्पेक्टर ने उनकी मौजूदगी में भोपाल स्थित सरकारी लैब की तकनीकी कमियां सामने रखीं – माइक्रो लेवल टेस्टिंग की सुविधा न होने और जांच में देरी जैसे मुद्दों पर मंत्री ने तत्काल सुधार का निर्देश दिया। इससे पहले मंत्री मंगलवार देर रात नागपुर पहुंचे और विभिन्न अस्पतालों में भर्ती पीड़ित बच्चों का हाल जाना।








