छिंदवाड़ा/भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत एक अजीबोगरीब घटनाक्रम से गरमा गई है। कांग्रेस ने हाल ही में छिंदवाड़ा में किसान आंदोलन के दौरान एक कुत्ते को ज्ञापन सौंप दिया। यह कदम जहां कांग्रेस की तरफ से प्रशासनिक उदासीनता पर कटाक्ष बताया गया, वहीं अब भाजपा ने इसे संविधान और संवैधानिक पदों का अपमान करार दिया है।
भाजपा का कांग्रेस पर सीधा हमला
भोपाल से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस नेताओं को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उनके सहयोगियों ने जिस तरह भाषा और तरीकों का इस्तेमाल किया, वह निंदनीय है। शर्मा का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष का पद जनता द्वारा सौंपा गया एक गंभीर दायित्व है, लेकिन इस पद की गरिमा को भूलते हुए उमंग सिंघार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का मजाक उड़ाया।
शर्मा ने कहा, “कांग्रेस नेताओं का यह व्यवहार न केवल डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान का अपमान है, बल्कि उनकी मानसिक हताशा और राजनीतिक दिवालियापन को भी उजागर करता है।”
कांग्रेस का दृष्टिकोण
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किसानों की समस्याओं को लेकर वे लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही। इसीलिए उन्होंने प्रतीकात्मक कदम उठाकर जनाक्रोश का प्रदर्शन किया। हालांकि, भाजपा ने इसे “लोकतंत्र और संस्थागत मर्यादा पर हमला” करार दिया है।
राजनीति का नया विवाद
विशेषज्ञ मानते हैं कि छिंदवाड़ा की यह घटना केवल किसान आंदोलन की गूंज नहीं है, बल्कि आने वाले समय में मध्य प्रदेश की सियासत का बड़ा मुद्दा भी बन सकती है। कांग्रेस जहां इसे किसानों की लापरवाही का प्रतीक बता रही है, वहीं भाजपा इस पर “संविधान और लोकतंत्र के अपमान” की लाइन लेकर आक्रामक हो गई है।








