सिंगरौली। स्थानीय पत्रकार और सामाजिक मुद्दों को लगातार उठाने वाले अतुल दुबे की कार्यशैली आज चर्चा का विषय बन गई है। जिले में सक्रिय नेताओं ने सार्वजनिक रूप से उनकी पत्रकारिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि “मुद्दों को ईमानदारी से उठाना ही पत्रकारिता का असली दायित्व है।”
भाजपा नेताओं ने दिया संदेश
सिंगरौली के नेताओं ने कहा कि पत्रकारिता केवल घटनाओं की रिपोर्टिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज से जुड़े वास्तविक प्रश्नों को सामने लाना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि अतुल दुबे लगातार जिला अस्पतालों की अव्यवस्थाओं, खाद्यान्न वितरण व्यवस्था में खामियों और भ्रष्टाचार जैसे संवेदनशील मुद्दों को प्रमुखता से उजागर करते रहे हैं। यही कारण है कि जनता के बीच उनकी पहचान एक जिम्मेदार और निर्भीक पत्रकार के रूप में बनी है।
“फर्जी ख़बरों से पत्रकारिता नहीं”
नेताओं ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका बेहद अहम है। लेकिन कुछ लोग पत्रकारिता के नाम पर केवल अफवाह फैलाने और राजनीतिक एजेंडों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे लोग जनहित की पत्रकारिता से दूर होकर केवल भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं। वहीं, अतुल दुबे जैसे पत्रकार यह साबित करते हैं कि बिना पक्षपात और संगठनात्मक अनुशासन का सम्मान करते हुए भी सच्चाई को सामने लाया जा सकता है।
जनता के मुद्दे बने केंद्रबिंदु
अस्पतालों की लापरवाही से लेकर खाद्यान्न व्यवस्था में गड़बड़ियों तक, अतुल दुबे द्वारा उजागर की गई रिपोर्टें कई बार जिलास्तरीय चर्चाओं का हिस्सा रही हैं। स्वास्थ्य और राशन वितरण से जुड़े मामलों में प्रशासन को कार्रवाई करने पर विवश होना पड़ा है।








