उज्जैन | उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में नेताओं और वीआईपी को ही प्रवेश मिलने पर सवाल खड़े हो गए हैं।
इंदौर के एडवोकेट चर्चित शास्त्री ने दर्पण अवस्थी की ओर से इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में बताया गया है कि लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं, लेकिन उन्हें गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन करने पड़ते हैं, जबकि नेता और रसूखदार आसानी से गर्भगृह में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
4 जुलाई 2023 से गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है, जिसे सावन माह के बाद खोलने का आश्वासन दिया गया था, पर अब तक नहीं खोला गया। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई की और फैसला सुरक्षित रखा है।








