सिल्वर मेडल के साथ वतन लौटी मीराबाई चानू, दिल्ली में हुआ जोरदार स्वागत

टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू सोमवार को स्वदेश लौट चुकी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। चानू के एयरपोर्ट पर पहुंचते ही भारत माता की जय के नारे लगाए गए। इस दौरान मीरा की आरटी-पीसीआर जांच भी की गई। मीरा के साथ उनके कोच विजय शर्मा भी लौटे हैं। ‘खेलों के महाकुंभ’ टोक्यो ओलंपिक में भारत की शानदार शुरूआत हुई थी। दूसरे दिन ही भारत की झोली में पदक आ गया था। 24 जुलाई को वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू (49 किग्रा) ने रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोल दिया था। चानू इस साल टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। बता दें कि मणिपुर की 26 साल की वेटलिफ्टर ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया था।
बात करें नियमों की तो इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है, तो सिल्वर जीतने वाले एथलीट को गोल्ड से सम्मानित किया जाएगा। मीराबाई चानू ने शनिवार को टोक्यो इंटरनेशनल फोरम में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया था।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली चीन की भारोत्तोलक झीहुई होऊ से गोल्ड वापस लिया जा सकता है। दरअसल, झीहुई का डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा टेस्ट किया जाएगा और यदि वह इसमें विफल रहती हैं, तो भारतीय भारत्तोलक मीराबाई चानू के रजत पदक को गोल्ड में बदल दिया जाएगा। ‘होऊ को टोक्यो में रहने के लिए कहा गया है ।