मोखा को अस्पताल से गिरफ्तार कर ओमती थाना ले गई पुलिस

बहुचर्चित नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन के मामले में फरार सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा को ओमती पुलिस अस्पताल से गिरफ्तार कर थाना लेकर पहुंची। सुबह करीब 10 बजे ओमती टीआई शिवेश सिंह बघेल एवं उपनिरीक्षक सतीष झारिया पुलिस बल के साथ सिटी अस्पताल पहुंचे थे। बीमारी का बहाना लेकर कोविड वार्ड में आराम फरमा रहे मोखा को पुलिस अपने साथ थाना ले आई। बताया जाता है कि रात में पुलिस ने आरोपी सरबजीत सिंह मोखा की कोविड-19 की प्राथमिक जांच कराई थी। कुछ घंटे बाद मिली रिपोर्ट निगेटिव आई। ओमती थाना में जांच अधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मोखा से नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन के संबंध में कई सवाल किए। थाना में मोखा के विस्तृत बयान दर्ज किए गए हैं। सुबह पुलिस के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम सिटी अस्पताल पहुंची थी,जिसमें डॉ. एसके पांडे, डॉ. एलएन पटैल एवं डॉ. अलोक श्रीवास्तव शामिल थे। नकली इंजेक्शन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सरबजीत सिंह मोखा के साथ अस्पताल का दवा इंचार्ज देवेश चौरसिया का एनएसए प्रकरण तैयार कर जिला दंडाधिकारी के समक्ष पेश कर रही है। एनएसए की अनुमति मिलते ही दोनों आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी भी अधिकारियों द्वारा की जा रही है। इधर, नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रकरण में ओमती थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 252/21 धारा 274, 275, 308, 420, 120बी, ताहि 53 आपदा प्रबंधन अधिनियम, 3 महामारी अधिनयम के प्रकरण में साक्ष्य संकलन, अन्य आरोपियों की तलाश और गिरफ्तारी विवेचना में आईपीएस एएसपी रोहित काशवानी की अगुवाई में एसआईटी गठित की गई है। मामले की अग्रिम विवेचना सीएसपी ओमती आरडी भारद्वाज को सौंपी गई है।