चैक प्वाइंट्स प्रभारी अनिमेष जैन की लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही है जारी

सिंगरौली। परिवहन विभाग सिंगरौली द्वारा नियमित रूप से जनजागरूकता अभियान जारी है। अभियान का एक ही लक्ष्य है कैसे दुर्घटनाओं से मुक्ति मिल सके। इसी परिपेक्ष्य में आज का विषय रखा गया है-वाहन स्वामी और चालक कैसे सतर्कता और सुरक्षा के साथ बस का परिवहन करें। जिला परिवहन अधिकारी विक्रम सिंह राठौर एवं चैक प्वाइंट्स प्रभारी अनिमेष जैन की संयुक्त टीम ने यात्री बसों में जाँच पश्चात कार्यवाही की है।
यात्री बसों में सुधार, सुझाव, सहयोग का फार्मूला लागू किया गया है। बस ऑपरेटर को नियम से चलने हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा सुझाव दिया गया कि पात्रता से अधिक सवारी न बैठे और न बैठने दें। वैध किराया से ज्यादा किराया न लें और किराया सूची बसों में चस्पा करें। बस चालक वाहन चलाते समय हस्तचलित यंत्र का उपयोग न करें जैसे मोबाइल रेडियो या अन्य उपकरण, बस में आपातकालीन खिड़की दरवाजे में सुधार करें जिससे सही समय में उपयोग किया जा सके। बस में प्रथम उपचार पेटी एवं अग्निशमन यंत्र निश्चित रखें।
बस आपरेटर बस की छत, खिड़की, दरवाजे दुरूस्त रखें। बस की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। समय समय पर बस की लाइट, टायर, ब्रेक, मैकनिकल सुधार करवाते रहे। महत्वपूर्ण बिन्दू है कि यात्री बस स्वामी ध्यान दें कि बस चालक लायसेंस धारी उत्कृष्ट व्यक्ति से ही बस चलवाये क्योंकि बस चालक परिवहन करते समय उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति ठीक होनी चाहिए। शराब का सेवन कर खतरनाक हालत में वाहन न चलाये। प्रभारी अनिमेष जैन ने बताया कि नियम विरूद्ध यात्री बस और माल वाहक गाड़ियों में सख्त कार्यवाही कर व्यापक पैमाने में लगभग तीन लाख दो हजार रूपये शासकीय राजस्व एकत्रित किया गया। साथ ही कुछ मालवाहकों को सुरक्षार्थ थाने में खड़ा करा दिया गया है।
जिला परिवहन अधिकारी विक्रम सिंह राठौर ने बताया कि बहुत जल्द उड़नदस्ता दल को पीओएस मशीन, पोर्टेबल वेइंग मशीन, स्पीड ट्रेकर, बॉडी वेयर कैमरा, ब्रीथ इनलइजन उपलब्ध कराया जायेगा, जिससे पूर्ण पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के साथ विभाग काम कर सके और छवि में सुधार लाया जा सके। प्रभारी अनिमेष जैन आज कोयला मोड़, कन्वेयर बेल्ट के आस-पास चेकिंग किये जो गाड़ियां परिसंकटमय स्थिति, डेमेज हालत में परिवहन करते पायी गयी उनके विरूद्ध चलानी कार्यवाही की गयी। चेकिंग अभियान से बौखलाये बस ऑपरेटर एवं मालवाहक स्वामियों ने आरोप लगाये कि ऑन लाईन चलान या कोर्ट चलान दें, मैन्यूअल चालान नहीं चाहिए।