Holika-Dahan 2025 : होलिका दहन पर होगा भद्रा का साया…यहां देखें क्या है शुभ मुहूर्त

सिंगरौली- इस बार भी होलिका दहन पर भद्रकाल का साया है । हिंदू धर्म में होली का विशेष महत्व है फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन का उत्सव मनाया जाता है इसके अगले दिन को रंगोत्सव के नाम से मनाया जाता है । आचार्य अनुजधर द्विवेदी जी ने बताया कि पञ्चांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा के साथ भद्रा का साया रहेगा। इस समय किए गए कार्य मे शुभ फल की प्राप्ति नही होती है, इस वजह से भद्राकाल के समय शुभ और मांगलिक काम न करने की सलाह दी जाती है।
होलिका दहन 13 मार्च बृहस्पतिवार को फाल्गुन की पूर्णिमा गुरुवार की सुबह 10:11 बजे प्रारंभ होगी साथ ही भद्रा भी उसी समय से शुरू हो रही है भद्रा गुरुवार की रात 10:37 बजे तक विद्यमान रहेगी उसके बाद होलिका दहन का पर्व मनाया जायेगा। होलिका दहन का पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत के तौर पर मनाया जाता है और हर वर्ष यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि तिथि पूर्वक और नियमों के साथ होलिका दहन किया जाए तो सभी चिंता व परेशानियां भी उसी अग्नि में स्वाहा हो जाती हैं और परिवार मे सूख शान्ति का वास होता है।