Janardan Mishra : लैपटॉप खरीद लेना, नहीं तो पापा गांजा फूंक जाएंगे… रीवा सांसद की गजब सलाह

Janardan Mishra : मध्य प्रदेश के रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ऐसी सलाह दी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और चर्चा का विषय बन गई है. उन्होंने बच्चों से कहा कि सीएम मोहन यादव ने तो बच्चों के अकाउंट में लैपटॉप के पैसे भिजवा दिए हैं अब बच्चों की जिम्मेदारी है कि वह जिद करके उन पैसों से लैपटॉप ही खरीदवाएं नहीं तो किसी और तरह के इस्तेमाल में खर्च न हो जाएं.
शुक्रवार को प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत पूरे मध्य प्रदेश में 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए पैसे बांटे गए. रीवा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 में भी इस योजना के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सांसद जनार्दन मिश्रा मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे.
सांसद Janardan Mishra ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज शाम तक आपके खाते में लैपटॉप खरीदने के लिए पैसे आ जाएंगे. लेकिन ये देखना है कि कितने बच्चे वास्तव में लैपटॉप खरीदते हैं. वरना यह पैसा कहीं और खर्च हो जाएगा. हो सकता है तुम्हारे पापा इस पैसे से सत्यनारायण की कथा करवा लें या फिर गांजा (चोंगी) फूंक दें.’
वायरल होने के बाद आलोचना
इस बयान के बाद वहां मौजूद कई लोग हैरान रह गए, हालांकि कुछ लोगों ने इसे हल्के में लिया। लेकिन जैसे ही यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए इसकी आलोचना शुरू कर दी। इसके बाद सांसद ने अधिकारियों से यह भी कहा कि उन्हें पूरी जानकारी दी जाए कि कितने बच्चों ने लैपटॉप खरीदा और कब खरीदा।
उन्होंने कहा कि सरकार की मदद का सही काम में इस्तेमाल होना चाहिए। हालांकि अब यह बयान विपक्ष और आम लोगों के बीच बहस का विषय बन गया है। कई लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को ऐसे मंचों पर संभलकर बोलना चाहिए, खासकर तब जब बच्चे मौजूद हों। सांसद की ओर से इस बयान पर अभी तक कोई सफाई नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि उनकी टिप्पणी को सोशल मीडिया पर अब तक हजारों बार शेयर किया जा चुका है।
बघेली भाषा में कसा तंज
अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra लैपटॉप के पैसे वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। उन्होंने बघेली भाषा में भाषण देते हुए कहा, ‘एक ठे बाप लैपटॉप नहीं खरीदय वाला आय, उआ चोगी पी लेइ.’ इसका अर्थ है : कोई भी पिता अपने बेटे के लिए लैपटॉप नहीं खरीदेगा, बल्कि वह इस पैसे से गांजा पी लेगा. सांसद इसके पहले भी अपने इसी तरीके के भाषण के लिए पहचाने जाते रहे हैं. सीधे-साधे बेबाकी से अपनी बात रखते रहे हैं.
सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra ने अपने भाषण के दौरान एक उदाहरण देते हुए कहा, ‘मैं एक बार कहीं जा रहा था। मैंने एक लड़की को पैदल जाते देखा। मैं लड़की के स्कूल पहुंचा। मैंने स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर से पूछा कि लड़की को साइकिल मिली है या नहीं। प्रिंसिपल और क्लास टीचर दोनों ने कहा, लड़की को साइकिल के पैसे मिल गए हैं। मैं लड़की के घर पहुंचा, जहां मुझे पता चला कि लड़की के पिता ने साइकिल के पैसे से शराब पी ली थी। मैंने उसे धमकी दी थी कि अगर लड़की कल साइकिल से स्कूल नहीं गई तो तुम्हें जेल भेज दूंगा। अगले दिन लड़की साइकिल से स्कूल गई।’
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Janardan Mishra : मध्य प्रदेश के रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ऐसी सलाह दी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और चर्चा का विषय बन गई है. उन्होंने बच्चों से कहा कि सीएम मोहन यादव ने तो बच्चों के अकाउंट में लैपटॉप के पैसे भिजवा दिए हैं अब बच्चों की जिम्मेदारी है कि वह जिद करके उन पैसों से लैपटॉप ही खरीदवाएं नहीं तो किसी और तरह के इस्तेमाल में खर्च न हो जाएं.
शुक्रवार को प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत पूरे मध्य प्रदेश में 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए पैसे बांटे गए. रीवा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 में भी इस योजना के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सांसद जनार्दन मिश्रा मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे.
सांसद Janardan Mishra ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज शाम तक आपके खाते में लैपटॉप खरीदने के लिए पैसे आ जाएंगे. लेकिन ये देखना है कि कितने बच्चे वास्तव में लैपटॉप खरीदते हैं. वरना यह पैसा कहीं और खर्च हो जाएगा. हो सकता है तुम्हारे पापा इस पैसे से सत्यनारायण की कथा करवा लें या फिर गांजा (चोंगी) फूंक दें.’
वायरल होने के बाद आलोचना
इस बयान के बाद वहां मौजूद कई लोग हैरान रह गए, हालांकि कुछ लोगों ने इसे हल्के में लिया। लेकिन जैसे ही यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए इसकी आलोचना शुरू कर दी। इसके बाद सांसद ने अधिकारियों से यह भी कहा कि उन्हें पूरी जानकारी दी जाए कि कितने बच्चों ने लैपटॉप खरीदा और कब खरीदा।
उन्होंने कहा कि सरकार की मदद का सही काम में इस्तेमाल होना चाहिए। हालांकि अब यह बयान विपक्ष और आम लोगों के बीच बहस का विषय बन गया है। कई लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को ऐसे मंचों पर संभलकर बोलना चाहिए, खासकर तब जब बच्चे मौजूद हों। सांसद की ओर से इस बयान पर अभी तक कोई सफाई नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि उनकी टिप्पणी को सोशल मीडिया पर अब तक हजारों बार शेयर किया जा चुका है।
बघेली भाषा में कसा तंज
अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra लैपटॉप के पैसे वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। उन्होंने बघेली भाषा में भाषण देते हुए कहा, ‘एक ठे बाप लैपटॉप नहीं खरीदय वाला आय, उआ चोगी पी लेइ.’ इसका अर्थ है : कोई भी पिता अपने बेटे के लिए लैपटॉप नहीं खरीदेगा, बल्कि वह इस पैसे से गांजा पी लेगा. सांसद इसके पहले भी अपने इसी तरीके के भाषण के लिए पहचाने जाते रहे हैं. सीधे-साधे बेबाकी से अपनी बात रखते रहे हैं.
सांसद जनार्दन मिश्रा Janardan Mishra ने अपने भाषण के दौरान एक उदाहरण देते हुए कहा, ‘मैं एक बार कहीं जा रहा था। मैंने एक लड़की को पैदल जाते देखा। मैं लड़की के स्कूल पहुंचा। मैंने स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर से पूछा कि लड़की को साइकिल मिली है या नहीं। प्रिंसिपल और क्लास टीचर दोनों ने कहा, लड़की को साइकिल के पैसे मिल गए हैं। मैं लड़की के घर पहुंचा, जहां मुझे पता चला कि लड़की के पिता ने साइकिल के पैसे से शराब पी ली थी। मैंने उसे धमकी दी थी कि अगर लड़की कल साइकिल से स्कूल नहीं गई तो तुम्हें जेल भेज दूंगा। अगले दिन लड़की साइकिल से स्कूल गई।’