नर्मदा नदी में डूबा जूनियर डॉक्टर, चार दिन बाद इस जगह मिला का शव

भेड़ाघाट थाना क्षेत्र स्थित ग्राम घुघराघाट पर होली खेलने के बाद स्नान करने गए एक जूनियर डॉक्टर पैर फिसलकर पानी में डूब गए थे। घटना के बाद चौथे सोमवार दिन को उनका शव चट्टान के पास पानी में उतराता हुआ मिला है। पुलिस ने शव को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस के अनुसार 14 मार्च को ग्राम घुघराघाट पहुंची टीम को न्यू शास्त्री नगर तिलवारा निवासी 35 वर्षीय डॉ. प्रवीण कुमार ने जानकारी दी थी कि वे मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत हैं। होली खेलने के बाद अपने साथियों डॉ. शुभ्रा सुदिप्त प्रधान, डॉ. प्रियंका, डॉ. मोहित, एवं डॉ. निखिल दांगी के साथ स्नान करने के लिए घुघराघाट आए थे।
सुबह-सुबह नजर आया शव
घुघराघाट में तैनात होमगार्ड एवं एसडीआरएफ की टीमों को सुबह करीब 10:30 बजे डॉ. निखिल दांगी का शव एक चट्टान के पास पानी में उतराते हुए दिखाई दिया। इस पर एएसआई रामजी चौधरी, दिनेश लोधी, धर्मेन्द्र सोलंकी, नितिन धुर्वे, संदीप कुलारे, राहुल मिश्रा, अनिल कुमार, मुदित रजक एवं संजय कुमार आदि द्वारा जूनियर डॉक्टर के शव को बाहर निकाला गया, जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया।
साथियों ने नम आंखों से दी विदाई
उधर जूनियर डॉक्टर निखिल दांगी को उनके साथियों एवं कॉलेज प्रबंधन ने नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान आयोजित एक शोक सभा में डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने बताया कि मृतक डॉ. निखिल छतरपुर जिले के रहने वाले थे और कॉलेज में पैथोलॉजी सेकेंड ईयर में अध्ययनरत थे। अचानक हुई इस घटना से मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत उनके साथी स्तब्ध हैं। पीएम के बाद कॉलेज प्रबंधन, पैथोलॉजी विभाग सहित अन्य जूनियर डॉक्टर्स की मौजूदगी में डॉ. निखिल के भाई और परिजनों को शव सौंप दिया गया।
पैर फिसलने से बह गए थे पानी में
पुलिस को डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया था कि दोपहर करीब 1 बजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल मैं रहने वाले 29 वर्षीय डॉ. निखिल दांगी का पैर नहाते समय अचानक फिसल गया था, जिससे वे नदी के तेज बहाव में बहकर डूब गए और काफी देर तक वे बाहर नहीं निकले। इस पर पुलिस ने गुम इंसान का मामला कायम कर होमगार्ड तथा एसडीआरएफ की टीमों को मौके पर रवाना किया।