मऊगंज में मौत के बाद पहुंची पुलिस टीम पर हमला, ASI की मौत, 10 पुलिसकर्मी घायल, 08 आरोपी गिरफ्तार

शनिवार को मऊगंज के रामनगरी पंचायत के गड़रा गांव में दो पक्षों के बीच विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर गुस्साए ग्रामीणों ने हमला कर दिया। शाहपुर के थाना प्रभारी संदीप भारती, तहसीलदार पनिका, एएसआई जवाहर सिंह यादव और बृहस्पति पटेल गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना में एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तो वही करीब 10 पुलिस कर्मी घायल हुए है जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है, साथ ही घटना में शामिल 8 आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीओपी अंकित सुल्या को भी गुस्साए ग्रामीणों ने घेर लिया, जिसके कारण पुलिस कर्मियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालात इतने खराब हो गए कि कई पुलिसकर्मी वहां फंस गए और घायल हो गए। सभी घायलों को सिविल अस्पताल और आशीर्वाद अस्पताल मऊगंज में भर्ती कराया गया है।

हमला कैसे हुआ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव में दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था, जिसे सुलझाने के लिए पुलिस पहुंची थी। लेकिन ग्रामीणों ने अचानक आक्रामक रुख अपना लिया और पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस कर्मियों पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला किया गया, जिससे कई जवान घायल हो गए।
पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर
घटनास्थल पर तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। कई घायल पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है और दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

गांव में भारी पुलिस बल तैनात
इस घटना के बाद मऊगंज में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। प्रशासन ने शांति की अपील की है और कहा है कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

लड़ाई के दौरान युवक सनी द्विवेदी की मौत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अशोक कुमार आदिवासी की कुछ दिन पहले दुर्घटना में मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार ने इसे दुर्घटना नहीं माना और सनी द्विवेदी नामक युवक पर हत्या का आरोप लगाया। होली के दिन शाम करीब 4 बजे आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़ लिया और कमरे में बंद कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस लड़ाई में सनी की मौके पर ही मौत हो गई।