SINGRAULI – भाजपा संगठन के जिला अध्यक्षों की सूची लगभग तैयार, सिंगरौली में बदलाव तय

SINGRAULI – भाजपा संगठन के जिला अध्यक्षों की सूची लगभग तैयार हो गई है। तीन-तीन नाम के पैनल बनाने के बाद शुक्रवार को पूरे दिन अंतिम बार अभिमत लेने का काम किया गया। पार्टी कार्यालय पर ही राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षक सरोज पांडे और प्रदेश चुनाव अधिकारी विवेक शेजवलकर ने बैठक की और एक बार फिर से एक-एक नाम पर मंथन किया। यह वो सूची है जो गुरुवार को पूरे दिन जिला चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षकों से चर्चा करने के बाद तैयार की गई थी।
सूची दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से हरी झंडी लेने के लिए भेजने से पहले पैनल में शामिल तीन को पांच कसौटी पर कसा गया। पहला जातीय आधार, दूसरा क्षेत्रीय, तीसरा किस वर्ग से है, चौथा उम्र और पांचवा कि पार्टी के खिलाफ किसी भी प्रकार का कोई काम तो नहीं किया। गुरुवार को जिन जिलों से जिला अध्यक्ष के दावेदारों के खिलाफ शिकायत आई थी, उन्हें भी क्रॉस चेक किया गया। तमाम
फैक्टर और क्रायटेरिया चेक करने के बाद शाम तक सभी 60 जिलों की सूची तैयार करके लिफाफा बंद कर दी गई है। अब इसे दिल्ली भेजा जाएगा और वहां से मुहर लगने के बाद रविवार या सोमवार से लिस्ट जारी करने के काम शुरू हो जाएगा.
पांच जिलों में चुनौती
अंतिम समय तक पांच जिलों को लेकर जमकर खींचतान चलती रही। इनमें भोपाल, दमोह, ग्वालियर, सागर और इंदौर शामिल है। इन पांच जिलों में बड़े नेता अपने-अपने खास लोगों को जिला अध्यक्ष बनवाने के लिए अड़े हुए हैं। जानकारी मिली है कि इन पांच जिलों में जो तीन नाम पैनल में लिए गए हैं, उन पर चुनाव अधिकारियों ने बाकी नेताओं को भी सहमत करने की कोशिश की है। अंतिम सूची तैयार करने के पहले सभी चुनाव अधिकारियों और पर्यवेक्षकों ने बड़े नेताओं से अलग-अलग चर्चा की है। एक जानकारी यह भी सामने आई है कि हर जिले के पैनल में एक जाती और वर्ग के एक से अधिक नाम नहीं शामिल किए गए हैं।
मोर्चे वाले वर्ग को मिलेगा इस बार अधिक प्रतिनिधित्व
भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा बनने के बाद भी जिला अध्यक्ष में इस वर्ग के लोगों को अलग से अवसर मिलते रहे हैं। इसी तर्ज पर इस बार महिला मोर्चा और अनुसूचित जाति मोर्चा में आने वाले महिला एवं एससी वर्ग के लोगों को जिला अध्यक्ष में अधिक प्रतिनिधित्व देने की तैयारी है। करीब 8 जिलों में शेड्यूल कास्ट के नेताओं को पैनल में सबसे ऊपर रखा गया है। पार्टी इस बार एससी और महिला मोर्चे के साथ जिला अध्यक्ष के पद पर भी इन दोनों ही वर्ग को अधिक प्रतिनिधित्व देने की तैयारी कर चुकी है। भाजपा जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में नए नेता के साथ पूर्व सांसद और विधायक भी कतार में है। इसमें भोपाल भी शामिल है। यहां से एक पूर्व सांसद जिलाध्यक्ष बनने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं।
