छग, राजस्थान व उड़ीसा के Tiger Reserve को आबाद करेंगे मप्र के बाघ

कान्हा टागर रिजर्व Tiger Reserve सहित प्रदेश के पांच नेशनल पार्कों के बाघ छत्तीसगढ़, राजस्थान व उड़ीसा के टाइगर रिजर्व को आबाद करेंगे और उनकी शान बढ़ाएंगे। कुल 10 बाघ उक्त राज्यों को भेजे जाएंगे, जिनमें से 8 मादा तथा 2 नर हैं। कान्हा से 3 बाघों को भेजे जाने का प्रस्ताव तैयार है व इससे सटे सिवनी जिले के पेंच नेशनल पार्क, उमरिया के बांधवगढ़, नर्मदापुरम के सतपुड़ा और पन्ना जिले के पन्ना टाइगर रिजर्व से भी बाघ भेजे जाएंगे।
कान्हा टाइगर रिजर्व Tiger Reserve के फील्ड डायरेक्टर रवीन्द्रमणि त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कान्हा से जो 3 घ भेजे जाने की तैयारी है उनमें 2 मादा तथा 1 नर का चयन प्रस्तावित है। जो 10 बाघ भेजे जाने हैं उसका उद्देश्य उक्त तीनों राज्यों में बाघों का पुनर्धनत्वीकरण करना है।
पहले भी भेजे जा चुके
इससे पहले भी दूसरे राज्यों में बाघों को भेजा गया है। 2018 में बांधवगढ़ से बाघिन और कान्हा से नर बाघ उड़ीसा के सतकोसिया भेजे गए थे । वहां नर बाघ की मौत हो गई थी और बाघिन ‘सुंदरी’ रहवासी इलाके में जाकर हमला करने लगी थी। इसके बाद 2020 में सुंदरी को वापस कान्हा टाइगर रिजर्व लाया गया था।
चयन के बाद राज्यों को मांग के अनुरूप देंगे बाघ
कान्हा सहित राज्य के पांच नेशनल पार्क से प्रदेश सरकार ने इस संबंध में जानकारी मांगी है। पार्क प्रबंधन को भेजे जाने वाले बाघों की संख्या और उनका चयन करने के बाद जानकारी भेजनी है। चयन का काम पूरा होने के बाद मप्र सरकार संबंधित स्टेट को उनकी मांग के अनुरूप बाघों को सौंप देगी। इसके बाद उक्त राज्य यह निर्णय लेंगे कि उन्हें इन बाघों को किन पाकों में रखना है।
ऐसे करेंगे चयन बाघों का
दूसरे राज्यों में भेजे जाने वाले बाघों के चयन में यह देखा जाएगा कि बाघ इंसानों से दूरी बनाकर रहें। ऐसे बाघ नहीं भेजे जाएंगे जो पर्यटन के आदी हों। इसके अलावा मादा बाघ का चयन करते समय यह ध्यान रखा जाएगा कि वह दो से तीन बार बच्चों को जन्म दे सके।

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कान्हा टागर रिजर्व Tiger Reserve सहित प्रदेश के पांच नेशनल पार्कों के बाघ छत्तीसगढ़, राजस्थान व उड़ीसा के टाइगर रिजर्व को आबाद करेंगे और उनकी शान बढ़ाएंगे। कुल 10 बाघ उक्त राज्यों को भेजे जाएंगे, जिनमें से 8 मादा तथा 2 नर हैं। कान्हा से 3 बाघों को भेजे जाने का प्रस्ताव तैयार है व इससे सटे सिवनी जिले के पेंच नेशनल पार्क, उमरिया के बांधवगढ़, नर्मदापुरम के सतपुड़ा और पन्ना जिले के पन्ना टाइगर रिजर्व से भी बाघ भेजे जाएंगे।
कान्हा टाइगर रिजर्व Tiger Reserve के फील्ड डायरेक्टर रवीन्द्रमणि त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कान्हा से जो 3 घ भेजे जाने की तैयारी है उनमें 2 मादा तथा 1 नर का चयन प्रस्तावित है। जो 10 बाघ भेजे जाने हैं उसका उद्देश्य उक्त तीनों राज्यों में बाघों का पुनर्धनत्वीकरण करना है।
पहले भी भेजे जा चुके
इससे पहले भी दूसरे राज्यों में बाघों को भेजा गया है। 2018 में बांधवगढ़ से बाघिन और कान्हा से नर बाघ उड़ीसा के सतकोसिया भेजे गए थे । वहां नर बाघ की मौत हो गई थी और बाघिन ‘सुंदरी’ रहवासी इलाके में जाकर हमला करने लगी थी। इसके बाद 2020 में सुंदरी को वापस कान्हा टाइगर रिजर्व लाया गया था।
चयन के बाद राज्यों को मांग के अनुरूप देंगे बाघ
कान्हा सहित राज्य के पांच नेशनल पार्क से प्रदेश सरकार ने इस संबंध में जानकारी मांगी है। पार्क प्रबंधन को भेजे जाने वाले बाघों की संख्या और उनका चयन करने के बाद जानकारी भेजनी है। चयन का काम पूरा होने के बाद मप्र सरकार संबंधित स्टेट को उनकी मांग के अनुरूप बाघों को सौंप देगी। इसके बाद उक्त राज्य यह निर्णय लेंगे कि उन्हें इन बाघों को किन पाकों में रखना है।
ऐसे करेंगे चयन बाघों का
दूसरे राज्यों में भेजे जाने वाले बाघों के चयन में यह देखा जाएगा कि बाघ इंसानों से दूरी बनाकर रहें। ऐसे बाघ नहीं भेजे जाएंगे जो पर्यटन के आदी हों। इसके अलावा मादा बाघ का चयन करते समय यह ध्यान रखा जाएगा कि वह दो से तीन बार बच्चों को जन्म दे सके।

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