MP में ढाई साल के बच्चे का अपहरण, मंदिर जाते वक्त मौसेरी बहन से 5 लोगों ने छीना

मध्यप्रदेश में ग्वालियर के बाद आगर-मालवा में ढाई साल के बच्चे का बदमाशों ने दिनदहाड़े अपहरण कर लिया. 4-5 बदमाश बोलेरो गाड़ी में सवार होकर आए और बच्चे को उसकी बहन के हाथों से छीन कर भाग गए. बच्चे की मां ने अपने पति पर अपहरण कराने के आरोप लगाए हैं. पुलिस ने बच्चे की मां की शिकायत पर बच्चे के पिता मनोज बामनिया और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है.
घटना रविवार सुबह करीब 9.30 बजे की है। तब ढाई साल के भव्यांत को उसकी मौसी की बेटी रोशनी के साथ टिल्लर कॉलोनी में ही स्थित मंदिर लेकर जा रही थी। जैसे ही वह पुराने कलेक्टर बंगले के सामने पहुंची तभी पीछे से सफेद रंग की कार आई। इसमें 3 से 4 व्यक्ति बैठे थे। 2 व्यक्ति कार से उतरे और भव्यांश को कार में बैठा लिया। कार में बैठे व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने चेहरे पर रूमाल बांध रखा था जिसने रोशनी से कहा कि तू अब घर जा। रोशनी ने शोर मचाया तो वो लोग भाग गए।
मां ने अपने पति पर लगाए अपहरण के आरोप
मां रीना बामनिया का कहना है कि अपहरण की घटना के पीछे उसके पति का हाथ हो सकता है, और शक है कि यह अपहरण उसी के इशारे पर हुआ है। एक वर्ष पूर्व भी वह बच्चे को ले गया था, जिसे पुलिस पश्चिम बंगाल से लेकर आई थी। बदमाश जब बच्चे को छीनकर ले जा रहे थे तभी उसमें से एक ने कहा कि अब तुम घर जाओ बच्चे को हम ले जा रहे हैं। यह बात रीना बामनिया की बहन रोशनी ने सुनी। रोशनी ने आवाज सुनकर कहा कि वह आवाज बच्चों के पिता की आवाज लग रही थी। बच्चों की मां ने यह भी बताया कि वह उसके पति से पिछले दो साल से अलग रह रही है। उसने उसके पति पर आगर के महिला थाने में वर्ष 2024 में दहेज प्रताड़ना व घरेलू हिंसा का केस भी दर्ज करवा रखा है। इसकी सुनवाई की तारीख 25 मार्च को लगी हुई है। केस दर्ज करवाने के बाद रीना अपने बच्चे के साथ कोतवाली थाने से एसडीओपी कार्यालय जा रही थी, इस दौरान आगर के साईं मंदिर के यहां उसका पति आया और बच्चे भव्यांश को जबरदस्ती छीनकर ले गया था, वह बच्चे को इंदौर ले गया था जहां से वह बाय प्लेन से उसे पश्चिम बंगाल ले गया था जहां से पुलिस की टीम बच्चों को फिर से आकर लेकर आई थी।
अलग-अलग रहते हैं पति-पत्नी
रीना ने बताया कि वह पति से दो वर्ष से अलग रह रही है। उसने पति के खिलाफ आगर-मालवा के महिला थाने में वर्ष 2024 में दहेज प्रताड़ना व घरेलू हिंसा का केस भी दर्ज करवाया था। इस प्रकरण की सुनवाई 25 मार्च को होनी है। उस समय केस दर्ज करवाने के बाद रीना बच्चे के साथ कोतवाली थाने से एसडीओपी कार्यालय जा रही थी, तभी आगर के साईं मंदिर के पास से पति भव्यांश को छीनकर इंदौर ले गया था, जहां से हवाई जहाज से उसे बंगाल ले गया था।
अपहरण के मामले में बोले थाना प्रभारी
आगर कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुमार मालवीय ने अपहरण के मामले में जानकारी देते हुए बताया कि करीब एक साल पहले भी बच्चे का पिता बच्चे को आगर के साईं मंदिर के यहां से छीनकर पश्चिम बंगाल ले गया था, जिसे पुलिस की टीम द्वारा पुनः आगर लाया गया था। केस न्यायालय में चल रहा है न्यायालय ने बच्चे की सुपुर्दी भी उसकी मां को दी है। पुलिस को शक है कि अपहरण के पीछे फिर से उसके पिता का हाथ हो सकता है। पुलिस द्वारा अपहरणकर्ता का पता लगाया जा रहा है और बच्चे को सुरक्षित बरामद करने के प्रयास किया जा रहे हैं।