National anthem : ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान कैसे बना, यहाँ जाने

National anthem : भारत इस बार अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. भारत का संविधान इसी दिन लागू हुआ था और इस दिन राष्ट्रगान भी गाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि संविधान ( Constitution ) सभा ने 24 जनवरी 1950 को ‘जन-गण-मन’ को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था।
इसे पहली बार 27 दिसंबर 1911 को कलकत्ता में एक कांग्रेस समारोह में गाया गया था। राष्ट्रगान एक ऐसा गीत है जो किसी भी देश के इतिहास और परंपराओं ( traditions ) को दर्शाता है। उस देश को अपनी पहचान का अहसास कराता है। हर देशवासी अपने राष्ट्रगान से प्यार करता है। तो आइए जानते हैं राष्ट्रगान के बारे में जानकारी।
National anthem : कैसे बना ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान?
National anthem आपको बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में 27 दिसंबर 1911 को पहली बार राष्ट्रगान गाया गया था। 24 जनवरी 1950 को संविधान ( Constitution ) सभा द्वारा जसना मन को आधिकारिक तौर पर भारतीय राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था। (26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?)
जन गण मन के हिंदी संस्करण को 24 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान द्वारा राष्ट्रगान के रूप में अनुमोदित (Approved ) किया गया था। भारत के राष्ट्रगान में मुख्यतः 7 राज्यों का उल्लेख है। पंजाब, सिन्धु, गुजरात, मराठा, द्रविड़ अर्थात् दक्षिण भारत, उत्कल अर्थात् कलिंग तथा बंगा अर्थात् बंगाल का उल्लेख मिलता है।
National anthem : किस भाषा में लिखा गया था?
यह मूल रूप से 1911 में बंगाली में लिखा गया था। तब इसके हिंदी संस्करण को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था। 1950 में, नोबेल पुरस्कार ( Award ) विजेता रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित ‘जन गण मन’ को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था।
भारत के राष्ट्रगान की पंक्तियाँ रवींद्रनाथ टैगोर के गीत ‘भारतो भाग्य विधाता’ से ली गई हैं। हम आपको बता दें कि 28 फरवरी, 1919 को टैगोर ने पूरे बंगाली गीत की अंग्रेजी ( English ) व्याख्या लिखी और इसे ‘द मॉर्निंग सॉन्ग ऑफ इंडिया’ नाम दिया। (गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? जानिए इतिहास)
National anthem : 24 जनवरी 1950 को, टैगोर के ‘भारतो भाग्य विधाता’ के पहले छंद को भारत की संविधान सभा द्वारा आधिकारिक ( official ) तौर पर भारत का राष्ट्रगान घोषित किया गया था।
