तेजतर्रार नेता और गोशामहल विधायक टी राजा सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के तौर पर एक नए नाम के सामने आने के बाद लिया है। हाईकमान ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए एन रामचंद्र राव के नाम पर सहमति जताई है। इससे नाराज टी राजा सिंह ने मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
चुप्पी को सहमति न समझा जाए- राजा सिंह
भाजपा से इस्तीफे की घोषणा के साथ टी राजा सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दो पत्र साझा किए हैं। इन दो पत्रों को साझा करते हुए टी राजा सिंह ने कहा, ‘बहुत से लोगों की चुप्पी को सहमति न समझा जाए। मैं सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि उन अनगिनत कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के लिए बोल रहा हूं।
भले ही मैं पार्टी छोड़ रहा हूं… लेकिन
टी राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफे की घोषणा के साथ लिखे पत्र में कहा, ‘भले ही मैं पार्टी छोड़ रहा हूं, लेकिन मैं हिंदुत्व की विचारधारा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं और अपने धर्म और गोशामहल के लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं अपनी आवाज उठाता रहूंगा और हिंदू समुदाय के साथ और भी मजबूती से खड़ा रहूंगा।’
यह एक कठिन निर्णय है, लेकिन जरूरी है- टी राजा सिंह
टी राजा सिंह ने पत्र में आगे लिखा, ‘यह एक कठिन निर्णय है, लेकिन जरूरी निर्णय है। कई लोगों की चुप्पी को सहमति नहीं माना जाना चाहिए। मैं सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि उन अनगिनत कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के लिए बोल रहा हूं जो हमारे साथ विश्वास के साथ खड़े थे और जो आज निराश महसूस कर रहे हैं।’
पीएम मोदी, नड्डा और अमित शाह से खास अपील
गोशामहल विधायक राजा सिंह ने कहा, ‘मैं अपने वरिष्ठ नेतृत्व- माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, अमित शाह जी और बीएल संतोष जी से भी विनम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि वे इस पर पुनर्विचार करें। तेलंगाना भाजपा के लिए तैयार है, लेकिन हमें उस अवसर का सम्मान करने और उसे हाथ से न जाने देने के लिए सही नेतृत्व चुनना चाहिए।’ पत्र के अंत में टी राजा सिंह ने ‘जय हिंद। जय श्री राम’ नारे के साथ अपनी बात खत्म की है।







