भारत में जल्द ही मलेरिया रोग खत्म हो सकेगा। भारतीय वैज्ञानिकों ने मलेरिया के खिलाफ पहला स्वदेशी टीका तैयार कर लिया है। यह टीका एक दशक से ज्यादा समय तक मलेरिया से सुरक्षा प्रदान कर सकेगा।
टीके के उत्पादन के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने निजी कंपनियों के साथ समझौते की तैयारी शुरू कर दी है। आइसीएमआर के मुताबिक मलेरिया के नए टीके को फिलहाल एडफाल्सीवैक्स नाम दिया है, जो मलेरिया परजीवी प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम के खिलाफ पूरी तरह असरदार है।
इसे आइसीएमआर और भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) के शोधकर्ताओं ने मिलकर तैयार किया है। आरएमआरसी के वैज्ञानिक डॉ. सुशील सिंह ने कहा कि नया टीका मानव संक्रमण को रोक सकता है। एडफाल्सीवैक्स में पीएफएस-230 और पीएफएस48/45 प्रोटीन का एक मिश्रण है।
यह संक्रमण रोकने वाले मजबूत एंटीबॉडी बनाता है। इस टीके से मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। एडफाल्सीवैक्स की फार्मास्युटिकल स्टेबिलिटी बेहद खास है। यह फॉर्मूला कमरे के तापमान पर नौ माह से ज्यादा समय तक प्रभावी रहता है, जिससे महंगी कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स की जरूरत खत्म हो जाती है।








