सुल्तानपुर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ATMS मैनेजर ने कपल्स व महिलाओं के वीडियो से वसूली की। टर्मिनेशन बैकडेटेड, CM को शिकायतें, पुलिस जांच शुरू। सुल्तानपुर के हलियापुर टोल प्लाजा पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की निगरानी प्रणाली ने यात्रियों की गोपनीयता को खतरे में डाल दिया है। एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) के सहायक प्रबंधक आशुतोष सरकार ने हाई-टेक कैमरों से कारों में अंतरंग पलों को कैद कर ब्लैकमेलिंग का खेल चलाया।
एक नवविवाहित दंपति टोल से पहले कार रोककर निजी क्षण बिता रहा था, जब आरोपी ने वीडियो बनाकर मौके पहुंचा। वायरल करने की धमकी देकर 32 हजार रुपये ऐंठे और फिर सोशल मीडिया पर लीक कर दिया।
कई पीड़ितों की शिकायतें
पांच-छह पीड़ितों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सुल्तानपुर डीएम व एसपी को सबूतों सहित शिकायत भेजी। जांच में पता चला कि आरोपी ने आसपास तीन गांवों की महिलाओं व लड़कियों को भी निशाना बनाया। सुपर-वेव कम्युनिकेशन कंपनी के पूर्वांचल पैकेज-3 कर्मचारी ने लंबे समय से यह सिलसिला चलाया।
बैकडेट टर्मिनेशन का रहस्य
शिकायतें 2 दिसंबर को आईं, लेकिन कंपनी ने 30 नवंबर का टर्मिनेशन लेटर जारी किया। गोपनीयता भंग व मिसकंडक्ट का हवाला देकर नौकरी गई, पर FIR दर्ज नहीं हुई। आरोपी ने दावा किया कि साथियों ने साजिश रची और सिक्योरिटी के नाम पर निगरानी जरूरी थी।
पुलिस व प्राधिकरण सक्रिय
संदीप दीक्षित ने हाल ही पूछताछ की। यूपी एक्सप्रेसवे प्राधिकरण ने सर्वर जब्त कर जांच तेज की है। यह घटना एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा व नैतिकता पर सवाल उठाती है।








