उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में खीर गंगा नदी में अचानक बादल फटने से पूरे इलाके में तबाही मच गई है। ताजा जानकारी के अनुसार हर्षिल घाटी में बादल फटने की घटना के बाद भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। धराली में मोबाइल नेटवर्क ने काम करना बंद कर दिया है। मोबाइल नेटवर्क फेल होने से दिक्कतें बढ़ गई हैं।
इसके साथ ही एनडीएमए की ओर से मौसम को लेकर चेतावनी जारी की गई है, जिसमें उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 24 घंटों में देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चंपावत, बागेश्वर में भारी बारिश हो सकती है।

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार कुछ आवासीय मकान और होटल ढह गए हैं, जिनकी विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। राहत और बचाव दल को हेलीकॉप्टर की मदद से मौके पर भेजा जा रहा है।
अंधेरे में बचाव कार्यों के लिए अस्थायी लाइटों की व्यवस्था की जा रही है। ऋषिकेश एम्स में घायलों का समय पर इलाज हो सके, इसके लिए बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। सेना ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लोगों को निकाला जा रहा है।
दूसरी ओर, सेना के बेस कैंप की ओर बादल भी फटे हैं। इस प्रकार, तीन जगहों से बादल फटने के बाद तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं। मलबा अभी भी आ रहा है।

बाढ़ सब कुछ बहा ले गई, घर और लोग 20 मीटर मलबे में दबे
शनिवार सुबह आई इस प्राकृतिक आपदा ने धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज बहाव के कारण दुकानें, वाहन और स्थानीय संरचनाएं पानी में बह गई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाढ़ का मंजर इतना भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही तबाही मच गई।
पानी का बहाव इतना तेज था कि बड़े-बड़े पत्थर और मलबा भी बाजार क्षेत्र में घुस आया। इसमें कितने लोग बह गए, इसका अभी तक कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। बाढ़ अपने साथ इतना मलबा लेकर आई कि दर्जनों घर, बाजार, वाहन और जो कुछ भी उसके रास्ते में आया, वह बह गया… उसमें दब गया।

अब केवल तबाही का मंजर है। इस बाढ़ में कितने लोग मलबे में दबे हैं, इसका अभी तक कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि वहाँ लगभग 20 मीटर ऊँचा मलबा जमा हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से इस पूरी घटना की जानकारी ली है और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम हर संभव मदद करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। इस प्राकृतिक आपदा में हुए जान-माल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए, प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकार को हर संभव केंद्रीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रभावित नागरिकों को शीघ्र राहत पहुँचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

दो एमआई और एक चिनूक हेलीकॉप्टर की माँग
ताज़ा जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी में अब तक 24 मिमी बारिश दर्ज की गई है। आधिकारिक तौर पर, मलबे में 12 मज़दूरों के दबे होने की सूचना है। राज्य सरकार ने वायुसेना से मदद माँगी है। मदद के लिए दो एमआई और एक चिनूक हेलीकॉप्टर की माँग की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि धराली क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान की खबर बेहद दुखद और पीड़ादायक है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। मैं लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हूँ और स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। मैं ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।

लोगों के दबे होने की आशंका
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया है कि मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की सूचना है, हालाँकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और ग्रामीणों ने भी राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
बाढ़ का भयावह दृश्य
ऊपरी इलाकों में मौजूद लोगों द्वारा ली गई शुरुआती तस्वीरों और वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे खीर गंगा में अचानक ऊपर से बाढ़ आ गई और पानी का भयानक सैलाब सब कुछ बहा ले गया। पानी पूरे बाज़ार में भर गया। वीडियो में दिख रहा मंज़र इतना भयावह था कि देखने वालों की रूह काँप गई। पूरे धारली बाज़ार का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील दिखाई दे रहा है। कई दुकानों और घरों की छतें ढह गई हैं। इस भयावह स्थिति से स्थानीय लोग सदमे में हैं।

मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी। खीर गंगा का जलस्तर सामान्य से कहीं ज़्यादा बढ़ गया, जिसके कारण यह बाढ़ की स्थिति पैदा हुई।
24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी
इसके साथ ही, मौसम विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है कि बारिश बचाव अभियान में बाधा डाल सकती है। उत्तरकाशी में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 24 घंटों में वहाँ भारी बारिश की चेतावनी है। यात्रा करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।








