मऊगंज के बाद नागपुर में हुई हिंसा, 34 पुलिसकर्मी घायल

औरंगजेब का पुतला जलाने को लेकर भड़की हिंसा के बाद मंगलवार को नागपुर के 11 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया। वहीं हिंसा को लेकर 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। हिंसा में 34 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें 3 डीसीपी हैं।
मंगलवार को लगभग आधा शहर बंद रहा। उत्पातियों की दूसरे दिन मंगलवार को भी धर- पकड़ जारी रही। इस बीच, नागपुर की घटना की गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। मालूम हो कि सोमवार की रात साढ़े 7 बजे के करीब मध्य नागपुर में हिंसा भड़क गई और पुलिस पर पथराव किया गया।
हिंसा इस अफवाह के बाद फैली कि औरंगजेब की कन हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया। अनियंत्रित भीड़ ने कई वाहनों को जला दिया। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दावा किया कि हिंसा पूर्व नियोजित थी। फडणवीस ने कहा कि फिल्म ‘छावा’ से लोगों की भावनाएं उमड़ी हैं, जिसमें संभाजी महाराज के खिलाफ औरंगजेब द्वारा किए गए क्रूर अत्याचारों को दर्शाया गया। फिलहाल स्थिति अभी भी थोड़ी तनावपूर्ण है।