कुत्तों की रेस देखे बिना पत्नी के साथ अमेरिकी उपराष्ट्रपति को ग्रीनलैंड से क्यों भागना पड़ा…

By: शुलेखा साहू

On: Friday, April 4, 2025 5:02 PM

कुत्तों की रेस देखे बिना पत्नी के साथ अमेरिकी उपराष्ट्रपति को ग्रीनलैंड से क्यों भागना पड़ा...
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ग्रीनलैंड एक विशाल द्वीप है, जो उत्तरी अमेरिका महाद्वीप का हिस्सा है । इसका लगभग 85% हिस्सा बर्फ से ढका हुआ है, और यहाँ की जनसंख्या मात्र 58,000 है । ग्रीनलैंड का इतिहास बहुत पुराना है, और यहाँ के मूल निवासी इनुइट एस्किमो हैं जो कनाडा से यहाँ आए थे ।

ग्रीनलैंड का महत्व इसके सामरिक स्थान के कारण है, जो उत्तरी अमेरिका और यूरोप के बीच में स्थित है । अमेरिका ने 1867 से ही ग्रीनलैंड को खरीदने के लिए प्रयास किए हैं, लेकिन डेनमार्क ने हमेशा इसका विरोध किया है । हाल ही में, अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने ग्रीनलैंड का दौरा किया, जिसका विरोध हुआ ।

ग्रीनलैंड के महत्व को देखते हुए, चीन और रूस भी इस क्षेत्र में अपनी बढ़त चाहते हैं । भारत भी इस मुद्दे पर चिंतित है, क्योंकि यह उसके हितों को प्रभावित कर सकता है ³। ग्रीनलैंड की स्थिति अब भूराजनीतिक तनावों की वजह से लाल हो रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है।

कुत्तों की दौड़ देखने से पहले ये क्या हो गया

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की ग्रीनलैंड यात्रा ने वास्तव में तनाव बढ़ा दिया है। उनकी यात्रा को पहले सांस्कृतिक दौरा बताया गया था, लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों से इसमें बदलाव किए गए। वेंस और उनकी पत्नी ऊषा ने केवल पिटुफिक स्पेस बेस का दौरा किया, जो एक मिसाइल डिफेंस फैसिलिटी है ।

इस दौरे का विरोध भी किया गया था, और कई लोगों ने इसका विरोध किया था। वेंस की यात्रा को अमेरिका और ग्रीनलैंड के संबंधों में एक नए मोड़ के रूप में देखा जा रहा है ।

यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्रीनलैंड एक सामरिक स्थान पर स्थित है, और इसका महत्व अमेरिका और डेनमार्क के लिए बहुत अधिक है।

ग्रीनलैंड एक विशाल द्वीप है, जो उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप का हिस्सा है, लेकिन भू-राजनीतिक रूप से यह यूरोप का हिस्सा है। यहाँ लगभग 5,000 वर्षों से आर्कटिक क्षेत्र और यूरोप के लोग रहते आए हैं। ग्रीनलैंड डेनमार्क साम्राज्य का हिस्सा है, लेकिन इसे व्यापक स्वायत्तता प्राप्त है, जिसे 2009 में बढ़ा दिया गया था। हालांकि, इसमें विदेश और सुरक्षा नीति या मुद्रा नीति शामिल नहीं है।

शुलेखा साहू

मैं एक स्वतंत्र लेखक और पत्रकार हूँ, जो समाज, राजनीति, शिक्षा और तकनीक से जुड़े मुद्दों पर गहराई से लिखती हूँ। आसान भाषा में जटिल विषयों को पाठकों तक पहुँचाना Hurdang News के मंच से मेरा प्रयास है कि पाठकों तक निष्पक्ष, स्पष्ट और प्रभावशाली जानकारी पहुँच सके।
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