स्वागत है सुनीता… 17 घंटे का धड़कनें बढ़ाने वाला सफर, आसमां से घर लौटे धरती के सितारे

करीब नौ महीने तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की सकुशल घर वापसी के लिए दुनियाभर में दुआएं हो रही हैं। वे भारतीय समयानुसार, मंगलवार सुबह 10:35 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से स्पेसएक्स के ‘ड्रैगन’ कैप्सूल के जरिए पृथ्वी की ओर रवाना हुईं।
उनके साथ विलमोर, निक हेग और रूस के एलेक्जेंडर गोरबुनोव भी हैं। ये चारों फ्लोरिडा के तट के पास बुधवार तड़के 3:27 बजे समुद्र में लैंड करेंगे। टेकऑफ से पहले जापानी अंतरिक्ष यात्री ताकुया ओनिशी ने कैप्सूल और स्पेस स्टेशन के बीच हैच सील पर धूल के कुछ कण देखे। ये सुनिश्चित करने के लिए कि सील पूरी तरह एयरटाइट रहे, इन्हें पूरी तरह हटाना बहुत जरूरी था ओनिशी ने यह काम पूरा किया,
जिसके बाद टेकऑफ को हरी झंडी दी गई। स्पेसक्राफ्ट ‘ड्रैगन’ 10 बार अंतरिक्ष यात्रियों को सकुशल स्पेस स्टेशन ले जा चुका है और 9 बार वापस भी लौट चुका है। ड्रैगन 10वीं बार स्पेस स्टेशन से पृथ्वी रवाना हुआ है। सुनीता विलियम्स और विलमोर को स्पेस स्टेशन पर सिर्फ आठ दिन बिताने थे, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण वे 286 दिनों तक वहां फंसे रहे। इस दौरान उन्होंने 4,500 बार पृथ्वी की परिक्रमा की नासा के अधिकारी रॉब नावियास ने कहा, ‘यह अंतरिक्ष में सबसे लंबा मिशन नहीं है,
लेकिन यह निश्चित रूप से एक चुनौतीपूर्ण अनुभव था।’ बता दें कि सुनीता विलियम्स अपने तीन मिशन में कुल मिलाकर 609 दिन अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं। इस लिहाज से वे नौवें नंबर पर हैं। रूस के ओलेग कोनोनेन्को 1, 110 दिन के साथ इस सूची में टॉप पर हैं। टॉप-10 में रूस / सोवियत संघ के 8 और अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्री हैं। पेगी विटसन (675 दिन) के बाद सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं। बुधवार तड़के जब सुनीता विलियम्स और विलमोर पृथ्वी पर उतरेंगे, तो वे अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाएंगे। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि वे लंबे समय से शून्य गुरुत्वाकर्षण में थे। उन्हें स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया जाएगा। नासा के अनुसार, उनकी रिकवरी प्रक्रिया उसी दिन से शुरू हो जाएगी। डॉक्टरों के मुताबिक, पहले चरण में चलने, लचीलापन बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।
पूरी तरह से सामान्य होने में छह हफ्ते तक लग सकते हैं, जिसमें विशेष व्यायाम और पोषण योजना शामिल होगी। नासा के वरिष्ठ अफसर केन ने बताया कि स्पेसएक्स पिछले साल जुलाई से ही बैकअप प्लान पर काम कर रहा था। बता दें कि आमतौर पर, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नए और पुराने क्रू के बीच पांच दिनों का ‘हैंडओवर पीरियड’ होता है, ताकि नए क्रू को स्टेशन के संचालन की जानकारी दी जा सके।
लेकिन इस बार नासा ने इसे घटाकर सिर्फ दो दिन कर दिया, ताकि स्पेस स्टेशन पर भोजन की बचत हो और मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए क्रू-9 के सदस्यों की वापसी के लिए अधिक अवसर मिल सकें। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद वापसी के इस मिशन में तेजी आई। ट्रम्प ने इलॉन मस्क से कहा कि वे सुनीता और विलमोर को वापस लाने के लिए कदम उठाएं। मस्क की स्पेसएक्स ने अहम भूमिका निभाई।
सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव में प्रार्थनाएं, करीब 9 महीने से जल रही अखंड ज्योति भास्कर न्यूज मेहसाणा | सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए उनके पैतृक गांव झुलासण में दिवाली जैसी तैयारी की जा रही है। सुनीता के चचेरे भाई नवीन पंड्या ने बताया कि उनके सम्मान में एक भव्य जुलूस निकाला जाएगा। इसमें प्रार्थना और आतिशबाजी के साथ दिवाली और होली जैसा माहौल बनाया जाएगा।
जुलूस में सुनीता की तस्वीर भी शामिल होगी। गांव के लोग उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और अखंड ज्योति जला रहे हैं। यह ज्योति तब से जल रही है, जब से सुनीता अंतरिक्ष में गई थीं। गांव के प्रधानाचार्य विशाल पंचाल ने बताया कि स्कूल के छात्र भी पिछले 15 दिनों से उनकी सुरक्षित वापसी के लिए राम धुन गा रहे हैं। सुनीता के पिता दीपक पंड्या का मूल गांव झूलासण है, जो 1957 में अमेरिका चले गए थे।
गांव के लोग सुनीता की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और भविष्य में उनके गांव आने पर उनका भव्य स्वागत करने की योजना बना रहे हैं। बता दें कि सुनीता विलियम्स ने अब तक 62 घंटे के नौ स्पेसवॉक पूरे किए हैं, जो किसी महिला अंतरिक्ष यात्री द्वारा सबसे अधिक हैं।