पंचायत कर्मियों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन

भोपाल -प्रदेश भर के जनपद व पंचायत कर्मी बेमियादी हड़ताल पर है। जनपद व पंचायतों में कामकाज प्रभावित है। लोग परेशान है, मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हो पा रहा है। हड़ताल के 12वें दिन शुक्रवार को जनपद व सचिवों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भोपाल जिले के जनपद पंचायत कार्यालयों के सामने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया है। ये कर्मचारी खाली पदों को भरने, मृतक सचिवों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने, सहायक यंत्री, उपयंत्रियों के पद भरने, कर्मचारियों को सुविधाएं देने, कामों में राजनीतिक दबाव कम करने, रोजगार सहायकों को स्थाई कर्मचारी घोषित करने समेत अन्य मांग पूरी करने पर अड़ें हैं। बता दें कि जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ), सहायक यंत्री, उपयंत्री, पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों ने 12 जुलाई को सामूहिक अवकाश लिया था। ये सभी खरगौन की भीकनगांव जनपद के सीईओ राजेश बाहेती, धार की गंधवानी जनपद के उपयंत्री प्रवीण पंवार की मौत होने और लंबित मांगों को पूरा नहीं करने से नाराज हैं। इनका आरोप है कि काम के दबाव में दोनों की मौत हुई है। सरकार सालों से लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही है इसलिए दबाव बढ़ा है। आगे स्थिति और बिगड़ेगी। अलगअलग संवर्ग के 18 संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर विरोध दर्ज कराया था। यह भी कहा था कि मांगों का निराकरण नहीं किया तो 19 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसी दिन से बेमियादी हड़ताल शुरू हुई है। संयुक्त मोर्चा के दिनेश शर्मा व रोशन सिंह परमार का कहना है कि जब तक सरकार मांगों को पूरा नहीं कर देती, तब तक काम पर नहीं लौटेंगे। हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।
पंचायतों में पूर्व से हुए कामों का मूल्यांकन रूक गया है। इस वजह से हितग्राहियों को भुगतान नहीं हो रहा है। हितग्राहियों ने अपने पास के रुपये लगाकर काम कराया था। जनपदों से नए कामों की स्वीकृति नहीं मिल रही है। इस वजह से पंचायतों में ग्रामीणों को तय कार्य दिवस के अनुरूप मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है।