LIC में बैंकों की तरह पैसे भूल जाते हैं लोग तो ऐसे करे जाँच
LIC : आरबीआई ने 12 सरकारी बैंकों में 35,000 करोड़ रुपये के लावारिस मालिक की पहचान करने के लिए एक नया केंद्रीकृत(centralized) पोर्टल बनाने की घोषणा (Announcement)की है। वहीं, सरकारी बीमा कंपनी एलआईसीओ लावारिस (LICO Unclaimed)धन के मामले में भी पीछे नहीं है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India)ने खुद कहा कि उसके पास लगभग 21,500 करोड़ रुपये हैं, जिसका कोई दावेदार नहीं है। एलआईसी ने आईपीओ लाए जाने पर यह जानकारी दी।
LIC : सितंबर 2021 तक एलआईसी के पास 21,539 करोड़ रुपये का अनक्लेम्ड फंड था। अगर आप जानना चाहते हैं कि कहीं आपके अपने या किसी रिश्तेदार के पॉलिसी अमाउंट(policy amount) पर क्लेम तो नहीं किया गया है तो हम आपको इसके बारे में जानने की पूरी प्रक्रिया बता रहे हैं।
LIC : क्या होता है अनक्लेम अमाउंट ?
लावारिस राशि का दावा करने से पहले जान लें कि यह क्या है। 10 साल के बाद बीमा कंपनी से दावा नहीं की गई कोई भी राशि दावा की गई राशि कहलाती है। भारतीय बीमा विनियामक(insurance regulator of india) और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के नियमों के अनुसार, बीमा कंपनियों को 1000 रुपये या उससे अधिक की लावारिस राशि की अद्यतन जानकारी रखनी होती है।
LIC : दरअसल, कई लोग बैंकों सहित एलआईसी की विभिन्न योजनाओं में निवेश करते हैं, लेकिन किसी कारणवश बीच में ही रुक जाते हैं या परिपक्वता पर पैसा निकालना (withdraw money)भूल जाते हैं, तो इसे दावा की गई राशि कहा जाता है और कंपनी के पास सुरक्षित है।
LIC : LIC अनक्लेम अमाउंट का पता लगाने की प्रोसेस
एलआईसी ने अपने पोर्टल पर पॉलिसी धारकों को लावारिस राशि (unclaimed amount)की जानकारी देने के लिए एक विशेष टूल उपलब्ध कराया है। यहां आप पॉलिसी नंबर सहित आवश्यक जानकारी के साथ लावारिस राशि के बारे में जान सकते हैं।