मंदसौर में जहरीली शराब से मौत के मामले में सियासत शुरू, मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग

भोपाल। मंदसौर के खकराई गांव में 25 जुलाई को जहरीली शराब से 3 लोगों की मौत हो गई। घटना के लिए मंदसौर के पिपलिया मंडी थाना प्रभारी, एसआई और आबकारी निरीक्षक को निलंबित किया गया।
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसा है, मुरैना कांड के बाद एसपी-आईजी पर कार्रवाई नहीं हुई। कमलनाथ ने घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि शिवराज सरकार इस इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की तत्काल घोषणा करे। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के आने के बाद अवैध शराब का व्यापार पूरे प्रदेश में फल-फूल रहा है, शराब माफिया के हौसले बुलंद है, प्रदेश के कई हिस्सों में जहरीली शराब से कई लोगों की मृत्यु पिछले कुछ समय में हो चुकी है, आबकारी मंत्री के क्षेत्र में जहरीली शराब की यह घटना कई सवाल खड़े कर रही है? शिवराज सरकार इसे रोकने में गंभीर नहीं दिख रही है? ना माफिया 10 फिट नीचे गढ़ रहे है, ना टंग रहे है, ना लटक रहे है? ना हमारे मुख्यमंत्री जी का अलग मूड नजर आ रहा है? कमलनाथ ने सरकार से मृतक के प्रत्येक पीड़ित परिवार को 10-10 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।