रजिस्ट्री, आय-जाति, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हुआ प्रभावित

भोपाल नर्सेज एसोसिएशन और अन्य सरकारी संगठनों के बाद अब गुरुवार को मध्य प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारी भी एक दिवसीय सामुहिक अवकाश पर चले गए। डीए-प्रमोशन समेत अन्य मुद्दों को लेकर मध्य प्रदेश के अधिकारीकर्मचारियों ने एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर घोषणा की। प्रदेशभर में अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल से मकान-प्लाट की रजिस्ट्री, आय-जाति व नक्शा और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हुए हैं। कर्मचारी संगठनों का दावा है कि, सरकारी दफ्तरों में 100 फीसदी लॉकडाउन रहा। इसी के साथ संगठन ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर 30 जुलाई तक उनकी मांगों पर गौर न किया गया, तो वो अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले प्रदेशभर के कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। इसके चलते ही 29 जुलाई गुरुवार को उन्होंने सरकारी दफ्तरों में पूर्ण लॉकडाउन किया। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि राजस्व निरीक्षक, पटवारी, तहसीलदार, पंचायतकर्मी, वित्त सेवा, पंजीयन, वित्त समेत सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों का समर्थन मिला है। उन सभी ने प्रदेशभर में सामूहिक अवकाश किया है। इसलिए प्रदेश के किसी भी दफ्तर में कामकाज नहीं हुआ है।
आरटीओ भोपाल में भी कर्मचारियों ने तालेबंदी की। यहां पर परिवहन से जुड़ा कोई भी कामकाज नहीं हो सका। कार्यालय के सभी डिपार्टमेंट में ताले लटके हुए थे। जिन लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी वह जरूर अपने कामकाज के लिए भोपाल आरटीओ कार्यालय पहुंचे, लेकिन जब उन्हें हड़ताल का पता चला तो सभी मायूस होकर वापस अपने घर लौट गए, जिनके कामकाज को लेकर आरटीओ के द्वारा समय दिया गया था उनके कामकाज अब आज हो सकेंगे। यदि 1 महीने के अंदर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो सभी आरटीओ के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों ने परिवहन कार्यालयों में हड़ताल की। आज एक दिवसीय हड़ताल के दौरान प्रदेश के सभी आरटीओ में कामकाज ठप रहा। मध्य प्रदेश में गुरुवार को ना लाइसेंस बने और ना ही आरटीओ से जुड़ा कोई कामकाज हो सका, जो लोग आरटीओ के कामकाज के सिलसिले में पहुंचे हुए थे, उन्हें परेशान होकर वापस लौटना पड़ा। प्रदेश परिवहन कर्मचारी संघ ने 29 जुलाई की हड़ताल की सूचना विभाग को दी थी। अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर कर्मचारी अड़े हुए हैं।