महाराष्ट्र में बाढ़ से जुड़े हादसों में अभी तक 136 लोगों की मौत

पिछले तीन दिनों से महाराष्टÑ में बारिश ने कहर बरपा रखा है। लगातार भारी बारिश और भूस्खलन से जुड़ी अलगअलग घटनाओं में 136 लोगों की मौत हो चुकी है। बुरी तरह प्रभावित ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों से 8 हजार से ज्यादा लोगों को एनडीआरएफ, नेवी और आर्मी ने रेस्क्यू किया है। 200 से ज्यादा गांवों का प्रमुख इलाकों से संपर्क टूट गया है। गोवा से सटे महाराष्ट्र के इलाकों में अगले दो दिन बारिश का रेड अलर्ट है। यहां 6 जिलों में एनडीआरएफ की 18 टीमों को तैनात किया गया है। 8 टीमें अलर्ट पर हैं। इसके अलावा रायगढ़ में नेवी और कोल्हापुर, रत्नागिरी में आर्मी की मदद से रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया जा रहा है। कोल्हापुर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है। कोंकण रेल मार्ग शनिवार से फिर शुरू हो गया है। पटरियां पानी में डूबने की वजह से शुक्रवार को इस पर ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। महाड़ में बाढ़ का पानी तो निकल गया है, लेकिन तबाही के निशान सड़कों पर नजर आ रहे हैं। बारिश के कारण किणी टोल प्लाजा के पास पुणे-बेंगलुरु हाईवे बंद है। इस पर 20 किमी तक वाहनों की लंबी कतार नजर आ रही ह
महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि राज्य के करीब 6 जिले, पूरा कोंकण क्षेत्र और पश्चिम महाराष्ट्र के 3 जिले बहुत अधिक बारिश होने से क्षतिग्रस्त हुए हैं। जगह-जगह बाढ़ आई, भूस्खलन हुआ है। लोगों को निकालने और मलबा हटाने की कोशिश की जा रही है।