UP Election 2022 : गोरखपुर में इस बार किन मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे राजनीतिक दल? पढ़िए क्या बोले यहां के नेता

गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्म भूमि रही है। यहां से योगी आदित्यनाथ पांच बार सांसद रहे। 2017 में जब चुनाव हो रहे थे, तब योगी आदित्यनाथ एक सांसद के तौर पर यहां भाजपा को जीत दिलाने के लिए मेहनत की थी। अब वह मुख्यमंत्री के तौर पर यहां प्रचार-प्रसार करेंगे।
ऐसे में उनके साढ़े चार साल के कार्यकाल को यहां के लोग कैसा देखते हैं? यहां के प्रमुख विपक्षी दलों के क्या मुद्दे होंगे? भाजपा किन मुद्दों पर वोट मांगने के लिए आम जनता के बीच जाएगी? इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ गोरखपुर के प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच पहुंचा। यहां नेताओं ने अपने-अपने दावे किए। पढ़िए किसने क्या कहा?
विपक्ष के सवाल?
समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। कहा कि आज गोरखपुर में मच्छर और माफिया का आतंक है। कोई ऐसा दिन नहीं होता जब मुख्यमंत्री के इस जिले में रेप और हत्या की घटनाएं सामने न आए। हाल ही में एक जाति विशेष के दबंगों ने पिछड़ी जाति के तीन लोगों की हत्याएं कर दी। गोरखपुर और पूरे प्रदेश में सपा सरकार में जो विकास कार्य हुए थे उसका फीता काटकर भाजपा वाले खुद का बता रहे हैं।
कांग्रेस के नेता अनवर हुसैन ने कहा कि भाजपा के नेता केवल मंदिर-मस्जिद और पाकिस्तान का नाम लेकर वोट मांगते हैं। ये लोग युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। पं. नेहरू ने देश का इतना विकास कर दिया कि मोदी जी सात साल में भी उसे बेच नहीं पाए। अनवर के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ से ज्यादा विकास कार्य अखिलेश यादव की सरकार में हुए हैं।
भाजपा ने क्या जवाब दिया?
भाजपा के महानगर महामंत्री अच्युतानंद शाही ने सपा और कांग्रेस पर पलटवार करते हुए अपने कामों की गिनती कराई। कहा कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर का चारों तरफ से विकास हुआ है। ये जिला एक मॉडल बन चुका है। यहां हाल ही में नौकायन, खाद कारोबार, एम्स का उद्घाटन हुआ है। यहां छह लेन की सड़कें बनी हैं। बिजली की व्यवस्था काफी बेहतर हुई है। पूरे उत्तर प्रदेश में 18 से 24 घंटे की बिजली मिल रही है। लोगों को रोजगार मिल रहा है। अपराध पर पूरी तरह से लगाम लग चुका है।
Credit : amarujala