पेगासस जासूसी मामले में सदनों में हंगामा जारी

संसद का मानसून सत्र अब तक काफी हंगामेदार रहा है। सत्र के पहले हफ्ते में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में एक भी दिन ठीक से कामकाज नहीं हो पाया। सोमवार को भी दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने भारी हंगामा किया। हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। पेगासस जासूसी, किसान आंदोलन और मीडिया पर छापेमारी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। राहुल गांधी किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे। उन्होंने कहा कि वो किसानों का संदेश लेकर संसद जा रहे हैं। सरकार को किसानों की आवाज सुननी होगी। सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना होगा, ये काले कानून हैं। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें आतंकवादी तक कह दिया जा रहा है। ” वहीं मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस पर पलटवार किया। राहुल गांधी को गांव, गरीब, किसान के बारे में कोई अनुभव नहीं है। राहुल गांधी को सोचना चाहिए कि आपने घोषणापत्र में इन्हीं कानूनों को लाने के लिए कहा था तो आप उस समय झूठ बोल रहे थे या आज झूठ बोल रहे हैं।
इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए जासूसी के मामले की जांच पश्चिम बंगाल का आयोग करेगा। बंगाल की ’सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को जासूसी कांड की जांच करने वाले आयोग का ऐलान किया। कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस मदन भीमराव और पूर्व चीफ जस्टिस ज्योतिर्मय भट्टाचार्य को सौंपी गई है। ममता ने कहा कि बंगाल पहला राज्य बन गया है, जो जासूसी कांड की जांच करेगा।
द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के पूर्व डायरेक्टर जनरल केके शर्मा, इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के वरिष्ठ अधिकारी राजेश्वर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य सलाहकार वीके जैन की भी जासूसी किए जाने की संभावना है। रिसर्च एनालिसिस विंग के एक रिटायर्ड अधिकारी, प्रधानमंत्री कार्यालय के एक जुनियर अधिकारी और 2 पूर्व आर्मी आॅफिसर की जासूसी होने की आशंका है।