Ujjain : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में कई ऐसे मंदिर हैं जो विश्व प्रसिद्ध हैं। यहां सांदीपनि आश्रम भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली भी है। यहां श्रीकृष्ण के कई ऐसे मंदिर देखे जा सकते हैं जो मराठा शैली में आज भी जीवित हैं। मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुराविद डॉ. रमण सोलंकी ने बताया कि अंकपात मार्ग स्थित श्री रामजनार्दन मंदिर परिसर में श्री गोवर्धनधारी भगवान कृष्ण का प्राचीन मंदिर है।
पानी के कारण मंदिर का हिस्सा धंस रहा है
बाबा महाकाल में ऐसे कई शहर हैं जहां कण-कण में शिव बसते हैं। वहीं शहर में राम जनार्दन मंदिर को राज्य संरक्षित स्मारक घोषित कर दिया। इस परिसर में स्थित प्राचीन मंदिरों और मूर्तियों के रखरखाव और संरक्षण की जिम्मेदारी पुरातत्व विभाग की है। गोवर्धन सागर के पानी के कारण परिसर का एक हिस्सा धीरे-धीरे डूब रहा है।
गोवर्धनधारी की प्रतिमा एक हजार साल है पुरानी
विक्रम विश्वविद्यालय के पुराविद ने बताया कि यह जो प्रतिमा है, वह कृष्ण जी कि प्रतिमा है। ऐसी विशाल प्रतिमा कम ही देखने को मिलती है। गोवर्धनधारी भगवान श्रीकृष्ण की यह प्रतिमा एक हजार साल पुरानी है। मध्य भाग में त्रिभंग मुद्रा में अलंकृत कृष्ण प्रतिमा है। जहां भगवान के सिर पर किरीट मुकुट, कर्ण पुष्प, अलंकृत कंठ हार, भुजबंद, वैजयंती माला, पैरों में नुपूर सज्जित है।