Anklets Design 2024 – लड़कियों को पायल पहनना हमेशा पसंद होता है। लड़कियां खुद को खूबसूरत दिखाने के लिए तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट करती रहती हैं। यही कारण है कि ज्वेलरी में हर दिन एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। पैरों में पहनी जाने वाली पायल भी बदलाव की इस दौड़ में शामिल होकर नए रूप में महिलाओं का दिल जीत रही है। पायल पहनने की परंपरा हमारी प्राचीन सभ्यता से चली आ रही है। आज भी बेटी के जन्म पर पायल चढ़ाई जाती है।
पायल भारतीय दुल्हनों का एक महत्वपूर्ण श्रृंगार है। समय के साथ पायल पहनने का ट्रेंड भी बदल गया है। इस ट्रेंड में पायल को दाएं या बाएं पैर में पहना जा सकता है। औपचारिक और आकस्मिक दोनों अवसरों के लिए पायल विभिन्न प्रकार के डिज़ाइन में उपलब्ध हैं। तो आज हम आपको कामकाजी महिलाओं और कॉलेज जाने वाली लड़कियों के लिए पायल के लेटेस्ट डिजाइन दिखाते हैं।
भारी एड़ियों के दिन ख़त्म हो गए हैं। बढ़िया पायल इस समय बाजार में स्टाइल स्टेटमेंट हैं। गुस्से में पायल बिल्कुल वैसी ही है जैसी आपने तस्वीर में देखी थी। ये आजकल बहुत ट्रेंड में है. इसी तरह पटाका, जुगनी, कमली, जोगन आदि अन्य अच्छे कलेक्शन भी बाजार में उपलब्ध हैं।
Anklets Design 2024 – एडजस्टेबल पायल
आजकल युवाओं के बीच कस्टमाइज्ड पायल भी काफी लोकप्रिय हैं। इसमें आप अपना नाम या अपने प्रियजनों का नाम लिख सकते हैं। उनका लुक बेहद स्टाइलिश है.
पायल के ये खूबसूरत डिजाइन युवाओं को भी खूब पसंद आ रहे हैं। इन पायल को आप किसी भी ड्रेस के साथ कैरी कर सकती हैं। डिजाइनर्स ने अपने डिजाइन्स के साथ काफी एक्सपेरिमेंट किए हैं, जिसकी वजह से ये काफी ट्रेंडिंग हैं और युवाओं की पहली पसंद बने हुए हैं।
Anklets Design 2024 – इन राज्यों में है ज्यादा डिमांड
मथुरा में बनी पायल की मांग सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में है। मथुरा मंडी को सबसे ज्यादा ऑर्डर यहीं से मिले हैं।
Anklets Design 2024- गिल्ट पायल मात्र 30 रूपये में
फैशन के बदलते दौर में महिलाएं चांदी की बजाय गिल्ट से बनी आर्टिफिशियल पायल पसंद कर रही हैं। इनकी कीमत महज 30 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 100-120 रुपये तक है, जबकि चांदी की पायल की कीमत करीब 1500 रुपये और उससे ऊपर बताई जाती है।
पायल बिछिया के थोक विक्रेता दुर्गेश अग्रवाल गिलटवाले ने बताया कि दो माह पहले दिया गया ऑर्डर पूरा हो रहा है। ढेर का काम यहां अधिक प्रचलित है जबकि बिच्या का काम राजकोट में अधिक प्रचलित है।