MP – मध्य प्रदेश नर्मदापुरम में कृषि उपसंचालक जयराम हेडाऊ 40 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए। खाद दुकान लाइसेंस बहाली के नाम पर मांगी गई रिश्वत, लोकायुक्त की सख्ती से भ्रष्टाचार पर लगाम। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की मुहिम तेज हो गई है। नर्मदापुरम ( MP ) जिले में कृषि विभाग के उपसंचालक जयराम हेडाऊ को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा-7 के तहत की गई, जो राज्य में रिश्वतखोरी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने का संकेत दे रही है।
शिकायत से ट्रैप तक की पूरी कहानी
आवेदक राजनारायण गुप्ता, बाबई रोड कैंपियन स्कूल निवासी( MP ) , अपने भाई की खाद-बीज दुकान संभालते हैं। उनकी दुकान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जयराम हेडाऊ ने लाइसेंस निलंबित कर दिया। लाइसेंस बहाली के लिए मिले उपसंचालक ने 1 लाख रुपये की मांग की, जिसकी शिकायत गुप्ता ने भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ( MP ) को दी। शिकायत सत्यापित होने पर ट्रैप ऑपरेशन में 40 हजार रुपये लेते ही आरोपी पकड़ा गया।
मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का बढ़ता सिलसिला
नर्मदापुरम ( MP ) के इस मामले ने कृषि विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां लाइसेंस और जांच के नाम पर रिश्वत की कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। लोकायुक्त के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में प्रदेश में 150 से अधिक अफसरों पर कार्रवाई हुई, जिनमें ज्यादातर निचले और मध्य स्तर के अधिकारी शामिल हैं। यह घटना किसानों और व्यापारियों में राहत की उम्मीद जगाती है, लेकिन विभागीय सुधार की मांग तेज हो गई है।

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Singrauli – कलेक्टर गौरव बैनल पहुंचे जिला अस्पताल, सफाई संविदाकार एवं डाक्टर से दिखे नाराज
MP – मध्य प्रदेश नर्मदापुरम में कृषि उपसंचालक जयराम हेडाऊ 40 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए। खाद दुकान लाइसेंस बहाली के नाम पर मांगी गई रिश्वत, लोकायुक्त की सख्ती से भ्रष्टाचार पर लगाम। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की मुहिम तेज हो गई है। नर्मदापुरम ( MP ) जिले में कृषि विभाग के उपसंचालक जयराम हेडाऊ को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा-7 के तहत की गई, जो राज्य में रिश्वतखोरी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने का संकेत दे रही है।
शिकायत से ट्रैप तक की पूरी कहानी
आवेदक राजनारायण गुप्ता, बाबई रोड कैंपियन स्कूल निवासी( MP ) , अपने भाई की खाद-बीज दुकान संभालते हैं। उनकी दुकान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जयराम हेडाऊ ने लाइसेंस निलंबित कर दिया। लाइसेंस बहाली के लिए मिले उपसंचालक ने 1 लाख रुपये की मांग की, जिसकी शिकायत गुप्ता ने भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ( MP ) को दी। शिकायत सत्यापित होने पर ट्रैप ऑपरेशन में 40 हजार रुपये लेते ही आरोपी पकड़ा गया।
मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का बढ़ता सिलसिला
नर्मदापुरम ( MP ) के इस मामले ने कृषि विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां लाइसेंस और जांच के नाम पर रिश्वत की कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं। लोकायुक्त के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में प्रदेश में 150 से अधिक अफसरों पर कार्रवाई हुई, जिनमें ज्यादातर निचले और मध्य स्तर के अधिकारी शामिल हैं। यह घटना किसानों और व्यापारियों में राहत की उम्मीद जगाती है, लेकिन विभागीय सुधार की मांग तेज हो गई है।

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MP – मध्य प्रदेश नर्मदापुरम में कृषि उपसंचालक जयराम हेडाऊ 40 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए। खाद दुकान लाइसेंस बहाली के नाम पर मांगी गई रिश्वत, लोकायुक्त की सख्ती से भ्रष्टाचार पर लगाम। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की मुहिम तेज हो गई है। नर्मदापुरम ( MP ) जिले में कृषि विभाग के उपसंचालक जयराम हेडाऊ को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा-7 के तहत की गई, जो राज्य में रिश्वतखोरी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने का संकेत दे रही है।
शिकायत से ट्रैप तक की पूरी कहानी
आवेदक राजनारायण गुप्ता, बाबई रोड कैंपियन स्कूल निवासी( MP ) , अपने भाई की खाद-बीज दुकान संभालते हैं। उनकी दुकान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जयराम हेडाऊ ने लाइसेंस निलंबित कर दिया। लाइसेंस बहाली के लिए मिले उपसंचालक ने 1 लाख रुपये की मांग की, जिसकी शिकायत गुप्ता ने भोपाल लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ( MP ) को दी। शिकायत सत्यापित होने पर ट्रैप ऑपरेशन में 40 हजार रुपये लेते ही आरोपी पकड़ा गया।
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