मध्यप्रदेश शिवपुरी ( MP ) के पिछोर थाने में टीआई उमेश उपाध्याय पर लॉ स्टूडेंट क्षितिज पाठक को चप्पल से मारने का आरोप, मध्यप्रदेश ( MP ) के शिवपुरी जिले के पिछोर थाने से पुलिसिया बर्बरता का शर्मनाक वीडियो सामने आया है, जहां थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय कथित तौर पर एक लॉ स्टूडेंट को थाने के अंदर ही चप्पलों से पीटते नजर आ रहे हैं। शनिवार रात का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया, जिसके बाद टीआई ने सफाई दी कि यह एआई से बनाया गया फर्जी क्लिप है। पीड़ित छात्र ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट लिखाने गए थे, लेकिन गाली-गलौज और मारपीट झेलनी पड़ी।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर थाने से पुलिस की बेईज्जती का वीडियो वायरल हो गया है, जहां थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय सिविल ड्रेस में एक लॉ स्टूडेंट को चप्पलों से पीटते नजर आ रहे हैं। शनिवार रात 10 बजे थाना परिसर में हुई इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी, जहां छात्र FIR दर्ज कराने गया था लेकिन गाली-गलौज और मारपीट झेली। SDOP ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या है पूरा विवाद? शनिवार रात थाने में हंगामा
पीड़ित क्षितिज पाठक (24 वर्ष) पिछोर निवासी हैं, जो शिवपुरी ( MP ) में एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पिता रविंद्र पाठक वकील व स्थानीय भाजपा नेता हैं, जो विधायक प्रीतम लोधी के करीबी माने जाते हैं। क्षितिज ने बताया कि शनिवार शाम मित्र फरहान के झगड़े की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे। वहां सिविल ड्रेस में टीआई उपाध्याय आ गए और FIR की मांग पर बहस हो गई। वीडियो में टीआई चप्पल उतारकर छात्र को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं, जबकि छात्र ने आरोप लगाया कि रातभर बंद रखकर पीटा गया और शांतिभंग का फर्जी केस ठोंका गया।
टीआई की सफाई: एआई वीडियो, असल में नहीं हुआ
वायरल क्लिप के बाद टीआई उमेश उपाध्याय ने कहा कि यह डीपफेक या एआई जनरेटेड है, क्योंकि वे सिविल ड्रेस में थे और थप्पड़ मारने जैसा कोई हादसा नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि छात्र ने हंगामा किया, जिसे संभाला गया। जमानत पर रिहा होने के बाद परिजनों ने दबाव बनाने का आरोप लगाया। स्थानीय स्तर पर जांच शुरू हो गई है, लेकिन वीडियो की फॉरेंसिक जांच बाकी है।
राजनीतिक रंग: BJP कनेक्शन से बढ़ा बवाल
क्षितिज का पूर्व एबीवीपी से जुड़ाव और पिता का भाजपा नेतृत्व इस मामले को संवेदनशील बना रहा है। सोशल मीडिया पर #PoliceBrutality और #ShivpuriTI ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वीडियो असली साबित हुआ तो IPC 323, 504 के तहत कार्रवाई हो सकती है। जिला प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है।

शनिवार रात का हंगामा: FIR से मारपीट तक
क्षितिज पाठक (24 वर्ष), पिछोर कस्बे के निवासी और शिवपुरी में एलएलबी छात्र, मित्र फरहान के साथ थाने पहुंचे। फरहान के स्थानीय झगड़े की शिकायत दर्ज करानी थी। थाने में दो स्टाफ और एक महिला शिकायत लिखवा रही थी। तभी सिविल ड्रेस में टीआई उपाध्याय आए। क्षितिज के मुताबिक, FIR मांगते ही विवाद हुआ, गालियां पड़ीं और चप्पल उतारकर थप्पड़ मारे गए। साथी ने वीडियो रिकॉर्ड कर वायरल किया।
रातभर सेल में पीटाई, जमानत पर दबाव
पीड़ित ने आरोप लगाया कि मारपीट के बाद धारा 151 (शांतिभंग) का फर्जी मुकदमा ठोंका गया और रातभर थाने की सेल में बंद रखा गया, जहां और पिटाई हुई। रविवार दोपहर 1:30 बजे परिजनों ने जमानत कराई। जमानत बाद गलती मानने और वीडियो हटाने का दबाव डाला गया। पिता रविंद्र पाठक वकील व भाजपा नेता हैं, विधायक प्रीतम लोधी के करीबी। क्षितिज पूर्व एबीवीपी सदस्य रहे।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया: जांच और कार्रवाई का वादा
पिछोर SDOP प्रशांत शर्मा ने कहा कि मामला संज्ञान में है, जांच जारी है। तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी। वीडियो की प्रामाणिकता जांचने के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाई जा सकती है। सोशल मीडिया पर #PichorePoliceScandal ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग पुलिस सुधार की मांग उठा रहे हैं।
थाने में सुरक्षित रहने के उपाय
-
शिकायत के समय वकील या गवाह साथ रखें।
-
FIR कॉपी लें, अस्वीकार पर SP/CM हेल्पलाइन शिकायत करें।
-
मोबाइल रिकॉर्डिंग सावधानी से, गोपनीयता कानून का ध्यान रखें।
यह घटना पुलिस-नागरिक संबंधों की पोल खोल रही है। पूरी जांच रिपोर्ट का इंतजार।

संवाददाता की आवश्यकता है, सम्पर्क कीजिये – 8435113308
लगातार खबरों को देखने एवं पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक कीजिये
हमारे व्हाट्सअप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक कीजिये
हमारे यूट्यूब वीडियो को देखने के लिए अभी लिंक पर क्लिक कीजिये
Singrauli – कलेक्टर गौरव बैनल पहुंचे जिला अस्पताल, सफाई संविदाकार एवं डाक्टर से दिखे नाराज
मध्यप्रदेश शिवपुरी ( MP ) के पिछोर थाने में टीआई उमेश उपाध्याय पर लॉ स्टूडेंट क्षितिज पाठक को चप्पल से मारने का आरोप, मध्यप्रदेश ( MP ) के शिवपुरी जिले के पिछोर थाने से पुलिसिया बर्बरता का शर्मनाक वीडियो सामने आया है, जहां थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय कथित तौर पर एक लॉ स्टूडेंट को थाने के अंदर ही चप्पलों से पीटते नजर आ रहे हैं। शनिवार रात का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया, जिसके बाद टीआई ने सफाई दी कि यह एआई से बनाया गया फर्जी क्लिप है। पीड़ित छात्र ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट लिखाने गए थे, लेकिन गाली-गलौज और मारपीट झेलनी पड़ी।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर थाने से पुलिस की बेईज्जती का वीडियो वायरल हो गया है, जहां थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय सिविल ड्रेस में एक लॉ स्टूडेंट को चप्पलों से पीटते नजर आ रहे हैं। शनिवार रात 10 बजे थाना परिसर में हुई इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी, जहां छात्र FIR दर्ज कराने गया था लेकिन गाली-गलौज और मारपीट झेली। SDOP ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या है पूरा विवाद? शनिवार रात थाने में हंगामा
पीड़ित क्षितिज पाठक (24 वर्ष) पिछोर निवासी हैं, जो शिवपुरी ( MP ) में एलएलबी की पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पिता रविंद्र पाठक वकील व स्थानीय भाजपा नेता हैं, जो विधायक प्रीतम लोधी के करीबी माने जाते हैं। क्षितिज ने बताया कि शनिवार शाम मित्र फरहान के झगड़े की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे। वहां सिविल ड्रेस में टीआई उपाध्याय आ गए और FIR की मांग पर बहस हो गई। वीडियो में टीआई चप्पल उतारकर छात्र को थप्पड़ मारते दिख रहे हैं, जबकि छात्र ने आरोप लगाया कि रातभर बंद रखकर पीटा गया और शांतिभंग का फर्जी केस ठोंका गया।
टीआई की सफाई: एआई वीडियो, असल में नहीं हुआ
वायरल क्लिप के बाद टीआई उमेश उपाध्याय ने कहा कि यह डीपफेक या एआई जनरेटेड है, क्योंकि वे सिविल ड्रेस में थे और थप्पड़ मारने जैसा कोई हादसा नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि छात्र ने हंगामा किया, जिसे संभाला गया। जमानत पर रिहा होने के बाद परिजनों ने दबाव बनाने का आरोप लगाया। स्थानीय स्तर पर जांच शुरू हो गई है, लेकिन वीडियो की फॉरेंसिक जांच बाकी है।
राजनीतिक रंग: BJP कनेक्शन से बढ़ा बवाल
क्षितिज का पूर्व एबीवीपी से जुड़ाव और पिता का भाजपा नेतृत्व इस मामले को संवेदनशील बना रहा है। सोशल मीडिया पर #PoliceBrutality और #ShivpuriTI ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वीडियो असली साबित हुआ तो IPC 323, 504 के तहत कार्रवाई हो सकती है। जिला प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है।

शनिवार रात का हंगामा: FIR से मारपीट तक
क्षितिज पाठक (24 वर्ष), पिछोर कस्बे के निवासी और शिवपुरी में एलएलबी छात्र, मित्र फरहान के साथ थाने पहुंचे। फरहान के स्थानीय झगड़े की शिकायत दर्ज करानी थी। थाने में दो स्टाफ और एक महिला शिकायत लिखवा रही थी। तभी सिविल ड्रेस में टीआई उपाध्याय आए। क्षितिज के मुताबिक, FIR मांगते ही विवाद हुआ, गालियां पड़ीं और चप्पल उतारकर थप्पड़ मारे गए। साथी ने वीडियो रिकॉर्ड कर वायरल किया।
रातभर सेल में पीटाई, जमानत पर दबाव
पीड़ित ने आरोप लगाया कि मारपीट के बाद धारा 151 (शांतिभंग) का फर्जी मुकदमा ठोंका गया और रातभर थाने की सेल में बंद रखा गया, जहां और पिटाई हुई। रविवार दोपहर 1:30 बजे परिजनों ने जमानत कराई। जमानत बाद गलती मानने और वीडियो हटाने का दबाव डाला गया। पिता रविंद्र पाठक वकील व भाजपा नेता हैं, विधायक प्रीतम लोधी के करीबी। क्षितिज पूर्व एबीवीपी सदस्य रहे।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया: जांच और कार्रवाई का वादा
पिछोर SDOP प्रशांत शर्मा ने कहा कि मामला संज्ञान में है, जांच जारी है। तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी। वीडियो की प्रामाणिकता जांचने के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाई जा सकती है। सोशल मीडिया पर #PichorePoliceScandal ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग पुलिस सुधार की मांग उठा रहे हैं।
थाने में सुरक्षित रहने के उपाय
-
शिकायत के समय वकील या गवाह साथ रखें।
-
FIR कॉपी लें, अस्वीकार पर SP/CM हेल्पलाइन शिकायत करें।
-
मोबाइल रिकॉर्डिंग सावधानी से, गोपनीयता कानून का ध्यान रखें।
यह घटना पुलिस-नागरिक संबंधों की पोल खोल रही है। पूरी जांच रिपोर्ट का इंतजार।








