SINGRAULI: आधार कार्ड, एटीएम, पैन कार्ड सहित लोगों के अन्य जरूरी दस्तावेज चितरंगी के दरबारी गांव स्थित तालाब के पास पड़े मिले। तालाब के पास पड़े मिले दस्तावेजों की संख्या एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों में है।

गुरुवार सुबह दरबारी स्कूल के बच्चे तालाब के पास गए तो उसके किनारे उन्हें आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, एटीएम सहित अन्य कागज पड़े मिले। कुछ कागज तालाब के पानी में गिरे थे तो कुछ किनारे पड़े मिले। जिसको उठाकर ग्रामीण पास में स्थित स्कूल परिसर में लेकर गए और जांच की तो पाया कि तालाब के किनारे जो दस्तावेज मिले हैं,
वह दरबारी और आसपास के गांवों के लोगों के हैं। मीणों का कहना है कि जिस डाक विभाग को ये कार्ड लोगों के घर पहुंचाने चाहिए थे, उसी के किसी कर्मचारी की कारस्तानी है कि वह लोगों के घरों में न पहुंचाकर नष्ट करने के लिए तालाब में फेंक दिये हैं।
SINGRAULI: डाक विभाग की लापरवाही
तालाब के किनारे बड़ी संख्या में मिले लोगों के ज़रूरी दस्तावेज को लेकर गांव के लोगों ने सीधे तौर पर डाक विभाग की लापरवाही बताया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में डाक पहुंचाने के लिए जो डाकिया नियुक्त है, वे कभी डाक लेकर गांव में नहीं आता है। डाक विभाग के पोस्ट मास्टर और डाकिया की लापरवाही के चलते कई बार लोगों के नौकरी के अप्वाइंटमेंट लेटर तक नहीं मिल पाता है, जिससे लोग नौकरी में ज्वाइनिंग तक नहीं दे पाते हैं। तालाब में पड़े जो दस्तावेज मिले हैं, उनकी संख्या सैकड़ों में बताई जा रही है।
तालाब किनारे पाए गए आधार व एटीएम कार्ड सहित अन्य कागजात।
SINGRAULI:कुछ दस्तावेज अधजले मिले
लोगों के जरूरी दस्तावेज उनके घर न पहुंचाकर तालाब में फेंकते समय कुछ दस्तावेजों में आग भी लगाई गई थी, क्योंकि मौके पर सैकड़ों की संख्या में अधजले दस्तावेज भी पड़े मिले हैं। बताया जा रहा है कि दरबारी गांव में डाक बांटने की जिम्मेदारी देवसर पोस्ट मास्टर के जिम्मे है। देवसर और चितरंगी क्षेत्र में तैनात डाकिया लोगों के घरों तक डाक पहुंचाते हैं या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग तक पोस्ट मास्टर द्वारा नहीं की जाती है। जिन लोगों की जरूरी डाक रहती है वे डाकिया से लेकर पोस्ट मास्टर तक से समय पर उसे पहुंचाने का आग्रह करते हैं, उसके बाद भी उनकी डाक घर नहीं पहुंचाई जाती है।








