Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों के संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है. बताया जा रहा है कि अबूझमाड़ के जंगल में सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को ढेर किया है, यह संख्या और बढ़ भी सकती है, बताया जा रहा है कि मारे गए नक्सलियों के पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं. जहां यह कार्रवाई हुई है, वह इलाका दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर जिले सीमाओं में आता है, बताया जा रहा है कि यहां सुरक्षाबलों ने बड़े कैडर के नक्सलियों को घेरा था, जहां 21 मई की सुबह से ही यह कार्रवाई शुरू हो गई थी, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में नक्सलियों के पहुंचने की जानकारी सुरक्षाबलों को मिली थी.
बस्तर में निशाने पर बड़े कमांडर
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के जंगल में सुरक्षाबलों को बड़ी इनपुट मिली थी, जिसके बाद आज सुबह से ही कार्रवाई शुरू हो गई थी. बताया जा रहा है कि जिन 26 नक्सलियों को ढेर किया गया है, उनमें कुछ बड़े कैडर के नक्सली भी हो सकते हैं, क्योंकि बस्तर में बड़े नक्सली कमांडर अब सुरक्षाबलों के निशाने पर हैं. यहां पर नक्सल संगठन के महासचिव बसवा राजू के होने की जानकारी भी मिली थी, जिस पर डेढ़ करोड़ इनाम है, जिसके बाद दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंडागांव की पुलिस के साथ-साथ यहां से डीआरजी के जवानों को निकाला गया और सभी ने सुबह से ही नक्सलियों को घेर लिया, जिसके बाद यहां सुबह 4 से 5 बजे के बाद से ही लगातार फयारिंग हो रही है.
नक्सलियों के बड़ा संगठन है पोलित ब्यूरो
बताया जा रहा है कि यहां नक्सलियों के पोलित ब्यूरो के सदस्य होने की जानकारी मिली है, जिनमें बड़े कैडर के नक्सली शामिल हैं, इनमें बसवा राजू, मुपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति, मलोजुल्ला उर्फ भूपति, मिशिर बेसरा, थिप्पारी तिरुपति जैसे बड़े सदस्य शामिल हैं, इनमें से ज्यादातर तेलंगाना कैडर के हैं जिन पर 1 से डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम जारी है. यह सभी नक्सली संगठन को एक तरह से ऑपरेट करते हैं जो समय-समय पर अपनी लोकेशन लगातार बदलते रहते हैं.
इनमें हिड़मा ही एकलौता नक्सली है जो मूल रूप से छत्तीसगढ़ से आता है और टॉप-2 टीम में शामिल है. पिछले दिनों कर्रेगुट्टा में जो बड़ा नक्सली ऑपरेशन शुरू हुआ था, उसमें हिड़मा के टारगेट होने की बात भी सामने आई थी. हालांकि बताया जा रहा है कि वह मौके से भागने में कामयाब रहा था. पिछले कुछ समय में सुरक्षाबलों की तरफ से जो नक्सली एनकाउंटर हुए हैं, उनमें बड़े नक्सलियों को भी ढेर किया जा चुका है.







