दिवाली का पर्व नजदीक आते ही होटलों नकली मावा एवं खोवा के खपाने का कार्य कई कथित होटल व्यवसायी करने लगे हैं। वही आरोप है कि खाद्य औषधि अमला जांच पड़ताल करने में भी समुचित तरीके से नही कर रहा है।
होटल के काउंटरों में सजने लगी सिंथेटिक खोवे की रंग-बिरंगी मिठाइयां बनने लगी हैं। वही कई होटल में गंदगी व कीचड़ की भी भरमार, ग्राहकों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़ किया जा रहा है। खुले में बिक रही खाद्य सामग्रियों पर भिन्न भिनाती मक्खी व मच्छरों का डेरा रहता है।
मिठाइयों के नाम पर मीठा जहर बिक्री कर ग्राहकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, किये जाने का आरोप है । वही यह भी आरोप है कि खाद्य औषधि निरीक्षक के एक सूत्रीय कार्यक्रम के चलते होटल संचालकों की मनमानी चल रही है। यदि सूत्रों की माने तो प्रत्येक दुकान से 5 हजार से लेकर 20 हजार तक सुविधा शुल्क वसूल किया जा रहा है।