यूपी में झांसी ( UP ) स्थित महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज ( UP ) के एनआईसीयू में रात करीब 11.40 बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। इसमें 10 नवजातों की झुलसने और दम घुटने से मौत हो गई। जबकि 30 से अधिक मासूमों को बचा लिया गया। वार्ड में 47 नवजात भर्ती थे।
हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात करीब पौने बारह बजे वार्ड से धुआं निकलता दिखा।
लोगों ने शोर मचाया। नवजातों को बाहर निकालने की कोशिश हुई लेकिन, धुआं एवं दरवाजे पर आग की लपटें होने से उन्हें समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका।
बाद में दमकल कर्मियों ने नवजातों को बाहर निकाला। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री ( UP ) ने पर्याप्त संख्या में दमकल की गाड़ियां भेजने और घायलों का समुचित उपचार का निर्देश दिया है। बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ( UP ) के निर्देशों के क्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य झांसी पहुंच गए हैं।
आग बुझने के बाद अधिकारियों ने नीकू (एनआईसीयू) वार्ड के अन्दर जाकर घटना के बारे में निरीक्षण किया। आग लगने से वार्ड धधक रहा था। पानी की बौछार से पूरे वार्ड में पानी ही पानी नजर आ रहा था। एडीएम (वित्त एवं राजस्व) वरुण पाण्डेय ने आग बुझने के बाद अधिकारियों के साथ अंदर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
( UP ) मेडिकल कॉलेज के नीकू (एनआईसीयू) वार्ड के 2 कक्ष में नवजात शिशु भर्ती थे। आग लगते ही वहां धुआं भरने लगा। सूचना पर पहुंची पुलिस व सेना के जवानों ने अंदर जाने का प्रयास किया, लेकिन आग की लपट तेज होने से वह अंदर नहीं जा सके। सेना के जवानों ने वार्ड की खिड़की व दरवाजों को तोड़ा और अन्दर गये। इसके बाद सेना के जवानों ने कुछ बच्चों को बाहर निकाला।
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